प्रश्न: गांधी जी को सिर्फ़ उनके नाम और देश के नाम के सहारे पत्र कैसे पहुँच गया होगा?
उत्तर: गांधी जी को देश का बच्चा-बच्चा जानता है तो डाकिए तो जानते ही होंगे। अत: चिट्ठियाँ उनके नाम के सहारे ही पहुँच जाती होंगी।
प्रश्न: अगर एक पत्र में पते के साथ किसी का नाम हो तो क्या पत्र ठीक जगह पर पहुँच जाएगा?
उत्तर: हाँ, पत्र ठीक जगह पर पहुँच जाएगा। पता उस व्यक्ति के निवास को दर्शाएगा और नाम से पुष्टि हो जाएगी कि आमुक व्यक्ति इसी स्थान पर रहता है।
प्रश्न: नाम न होने से क्या समस्याएँ आ सकती हैं?
उत्तर: नाम न होने से पत्र सही व्यक्ति तक नहीं पहुँच पाएगा। डाकिए को तथा उस पते में रहने वाले लोगों को पता ही नहीं चल पाएगा कि यह किसका पत्र है?
प्रश्न: पैदल हरकारों को किस-किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता होगा?
उत्तर: पैदल हरकारों को पैदल ही जाना पड़ता होगा। साथ ही सर्दी, गर्मी, बरसात हर मौसम का सामना करना पड़ता होगा। लंबी यात्रा के कारण वह अत्यधिक थक जाता होगा। पथरीले रास्ते पर चलने के कारण उसे मार्ग में कई प्रकार की समस्याएँ आती होगीं। जंगली जानवरों का सामना करना पड़ता होगा। मार्ग में चोर-डाकूओं का भी डर लगा रहता होगा।
प्रश्न: अगर तुम किसी को चिट्ठी लिख रहे हो तो पते में यह जानकारी किस क्रम में लिखोगे? गली / मोहल्ले का नाम, घर का नंबर, राज्य का नाम, खंड का नाम, कस्बे / शहर / गाँव का नाम, जनपद का नाम नीचे दी गई जगह में लिखो।
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तुमने इस क्रम में ही क्यों लिखा?
उत्तर:
- घर का नंबर
- गली / मोहल्ले का नाम
- खंड का नाम
- कस्बे / शहर / गाँव का नाम
- जनपद का नाम
- राज्य का नाम
- पिनकोड क्रमांक
इस क्रम में इसलिए लिखा है क्योंकि पत्र लिखते हुए छोटी इकाई से बड़ी भौगोलकि इकाई की ओर बढ़ते हैं।
प्रश्न: अपने घर पर कोई पुराना (या नया) पत्र ढूँढ़ो। उसे देखकर नीचे लिखे प्रश्नों का जवाब लिखो:
- पत्र किसने लिखा?
- किसे लिखा?
- किस तारीख को लिखा?
- यह पत्र किस डाकखाने में तथा किस तारीख को पहुँचा?
- यह उत्तर तुम्हें कैसे पता चला?
प्रश्न: (क) पत्र दादाजी ने लिखा। (ख) पिताजी को लिखा। (ग) 5/5/1995 (घ) यह पत्र मोती बाग डाकखाने में 4 मई 1995 को पहुँचा। (ङ) डाकखाने की मोहर पत्र के ऊपर लगी थी, जिस पर यह तारीख लिखी गई थी। पिताजी ने देखकर बताया।
(नोटः विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर पिताजी या माताजी की सहायता लेकर स्वयं करेंगे।)
प्रश्न: चिट्ठी भेजने के लिए आमतौर पर पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र या लिफ़ाफ़ा इस्तेमाल किया जाता है। डाकघर जाकर इनका मूल्य पता करके लिखो:
- पोस्टकार्ड ……………………………..
- अंतर्देशीय पत्र ………………………..
- लिफ़ाफ़ा ………………………………
उत्तर:
- पोस्टकार्ड पचास पैसे
- अंतर्देशीय पत्र पाँच रूपए
- लिफ़ाफ़ा पाँच रूपए
प्रश्न: डाकटिकट इकट्ठा करो। एक रूपये से लेकर दस रूपये तक के डाकटिकटों को क्रम में लगाकर कॉपी पर चिपकाओ। इकट्ठा किए गए डाकटिकटों पर अपने साथियों के साथ चर्चा करो।
उत्तर: छात्र स्वयं करें।
प्रश्न: नीचे शब्दकोश का एक अंश दिया गया है जिसमें ‘संचार’ शब्द का अर्थ भी दिया गया है।
संग्रह: पु. 1. जमा करना, इकट्ठा करना, एकत्र करना, संचय। प्र. दीपक आजकल पक्षियों के पंखों का संग्रह करने में लगा है। 2. इकट्ठी की हुई चीज़ों का समूह या ढेर, संकलन; जैसे – टिकट-संग्रह, निबंध-संग्रह।
- बताओ कि कौन-सा अर्थ पाठ के संदर्भ में ठीक है?
- इस पन्ने को ध्यान से देखो और बताओ कि शब्दकोश में दिए गए शब्दों के साथ क्या-क्या जानकारी दी गई होती हैं?
उत्तर:
- संचार का अर्थ किसी संदेश को दूर तक या बहुत से लोगों तक पहुँचाने की क्रिया पाठ के संदर्भ में ठीक है।
- शब्दकोश में दिए गए शब्दों के साथ अर्थ, वाक्य प्रयोग, लिंग, वचन आदि की जानकारी दी जाती है।