प्रश्न: तुम्हें कौन-सा त्योहार सबसे अच्छा लगता है और क्यों? इस दिन तुम्हारी दिनचर्या क्या रहती है?
उत्तर: मुझे दीपावली का त्योहार बहुत अच्छा लगता है। इस त्योहार में घर की रूपरेखा बदल जाती है। बहुत खरीदारी होती है। हम दूसरों को उपहार देते हैं और हमें भी बहुत से उपहार मिलते हैं। घर में माँ और दादी द्वारा विभिन्न तरह के व्यंजन, पकवान तथा मिठाइयाँ बनाई जाती हैं। घर को सजाया जाता है। आँगन में रंगोली बनाई जाती है। घर में सब नए वस्त्र पहनते हैं। सुबह से ही घर में चहल-पहल हो जाती है। रात को आँगन को अनगिनत दीपों से सजाया जाता है। चारों ओर रोशनी का ही राज होता है। सब खुश रहते हैं। दीपावली के दिन माँ हमें सुबह जल्दी उठा देती हैं। हम नहा-धोकर तैयार होते हैं। मैं दादी के साथ आँगन में रंगोली बनवाती हूँ। इसके बाद पिताजी के साथ दोस्तों तथा संबंधियों के घर मिठाइयाँ तथा उपहार बाँटने निकल पड़ते हैं। तब तक दादी घर में विभिन्न तरह के पकवान बना लेती हैं। मैं, माँ और पिताजी मिलकर घर को सजाते हैं। पिताजी आँगन में रंग-बिरंगी बिजली के बल्ब लगाते हैं। शाम को हम नए कपड़े पहनते हैं और लक्ष्मी पूजा करते हैं। पूजा के बाद मिठाई आस-पड़ोस में देने जाती हूँ। इस काम को खत्म करने के बाद माँ के साथ दीए जलाती हूँ। अंत में पिताजी तथा मित्रों के साथ पटाखे जलाती हूँ।
(नोटः विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं करें।)
प्रश्न: (1) फ़सल के त्योहार पर ‘तिल’ का बहुत महत्व होता है। तिल का किन-किन रूपों में इस्तेमाल किया जाता है? पता करो।
(2) तुम जानती हो कि तिल से तेल बनता है? और किन चीज़ों से तेल बनता है और कैसे? हो सके तो तेल की दुकान में जाकर पूछो।
उत्तर:
- तिल एक तिलहन हैं। इससे तेल निकाला जाता है। इसका प्रयोग बीज तथा तेल दोनों रूपों में होता है। कई व्यंजनों में इसके तेल का प्रयोग होता है। आचार तथा मिठाइयों में इसे बीज रूप में ही प्रयोग किया जाता है। इसके बीज से गज्जक तथा रेवड़ी बनती हैं। मासिल करने के लिए इसका तेल अच्छा माना गया है। आयुर्वेद में दवाई बनाने के लिए भी इसके तेल का प्रयोग होता है। भारतीय संस्कृति में पूजा में तिल का प्रयोग होता है, इसके तेल का दीया जलाना शुभ माना जाता है।
- तिल के अलावा मूँगफली, सरसों, नारियल, बादाम, आँवला और सूरजमुखी फूल के बीज से भी तेल निकलता है। बीजों को एकत्र किया जाता है। मशीनों से इन्हें साफ किया जाता है और सूखाया जाता है। उसके बाद इन्हें मशीनों में डाला जाता है। मशीनों में इन्हें कूटा और मसला जाता है। इसके बाद तेल को बड़ी-बड़ी पाइपों के माध्यम से अलग किया जाता है। वहाँ इसे साफ़ करके भरा जाता है।
प्रश्न: किसान और खेती हममें से बहुत से लोगों की जानी-पहचानी दुनिया का हिस्सा नहीं है। विशेष रूप से शहर के ज़्यादातर लोगों को यह अहसास नहीं है कि हमारी ज़िदंगी किस हद तक इनसे जुड़ी हुई है। देश के कई हिस्सों में आज किसानों को ज़िंदा रहने के लिए बहुत मेहनत और संघर्ष करना पड़ रहा है। अगर यह जानने की कोशिश करें कि हम दिनभर जो चीज़ें खाते हैं वे कहाँ से आती हैं–तो किसानों की हमारी ज़िंदगी में भूमिका को हम समझ पाएँगे। आलू की पकौड़ी, बर्फ़ी और आइसक्रीम – इन तीन चीज़ों के बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जानकारी इकट्ठी करो और ‘मेरी कहानी’ के रूप में उसे लिखो।
- किन चीज़ों से बनती है?
- इन चीज़ों का जन्म कहाँ होता है?
- हम तक पहुँचने का उनका सफ़र क्या है?
- किन-किन हाथों से होकर हम तक पहुँचती है?
- इस पूरे सफ़र में किन लोगों की कितनी मेहनत लगती है?
- इन लोगों में से किसको कितना मुनाफ़ा मिलता है?
अगले वर्ष कक्षा छह में सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन के बारे में पढ़ोगी तो ऊपर लिखे सफ़र में शामिल लोगों की दिनचर्या पता करने का मौका भी मिलेगा।
उत्तर:
- आलू की पकौड़ी आलू व बेसन से बनती है। बर्फी खोये से बनती है और आइसक्रीम दूध से बनती है।
- बेसन, चने की दाल से बनाया जाता है। आलू और चने की दाल को किसान खेतों में उगाता है। खोया और आइसक्रीम दूध से बनते हैं, इसे ग्वाले द्वारा गाय या भैसों से प्राप्त किया जाता है।
- चना व आलू किसानों द्वारा व्यापारियों को बेच दिया जाता है। इसके बाद चना बड़ी कंपनियों तक पहुँचता है और आलू व्यापारियों द्वारा बाज़ारों में पहुँचा दिया जाता है। ऐसे ही दूध ग्वाले द्वारा बड़ी कंपनियों को बेचा जाता है।
- बेसन, खोया व आइसक्रीम कंपनियों द्वारा बनाई जाती हैं। बाद में ये दुकानदारों के हाथों से होकर हम तक पहुँचती हैं।
- इसमें किसानों, ग्वालों, व्यापारियों तथा कंपनियों की मेहनत लगती है।
- इनमें से किसानों और ग्वालों को कम, कंपनियों, व्यापारियों तथा दुकानदारों को ज़्यादा फायदा होता है।
(नोट: दी हुई जानकारी को छात्र कहानी रूप में स्वयं लिखें।)
प्रश्न: “गया” शहर तिलकुट के लिए भी प्रसिद्ध है। हमारे देश में छोटी-बड़ी ऐसी कई जगहें हैं जो अपने खास पकवान के लिए मशहूर हैं। अपने परिवार के लोगों से पता करके उनके बारे में बताओ।
उत्तर: इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी अपने परिवार के लोगों से पता करके स्वयं लिखें।