स्वामी की दादी 5th Class NCERT CBSE Hindi Book Rimjhim Chapter 13
प्रश्न: “सच? राजम बड़ा बहादुर लड़का है।” स्वामी को क्यों लगा कि दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही?
स्वामी की दादी – उत्तर: दादी ने यह बात उसे खुश करने के लिए कही थी। उसे ऐसा इसलिए लगा क्योंकि दादी राजम को अच्छी तरह नहीं जानती थी।
प्रश्न: मैडल से चूड़ियाँ बनवा लेने पर दादी ने बुआ को महामूर्ख क्यों माना?
उत्तर: दादी ने बुआ को महामूर्ख इसलिए माना क्योंकि वह मैडल स्वामी के दादा को एम. ए. करने पर मिला था। वह उनकी सफलता की निशानी था लेकिन बुआ ने उसे तुड़वा कर चूड़ियाँ बनवा ली।
प्रश्न: पाठ के आधार पर दादी या स्वामी के स्वभाव, आदतों आदि के बारे में तुम्हें क्या पता चलता है? किसी एक के बारे में दस-बारह वाक्यों में लिखो।
उत्तर: स्वामी एक छोटा सा बच्चा है। वह दादी से बहुत प्यार करता है व उनके साथ खुश रहता है। वह अपने दोस्त के बारे में दादी को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर कहता है। लेकिन दादी ज़्यादा ध्यान नहीं देती तो उसे गुस्सा भी बहुत आता है। वह दादी से अपनी बात सुनने को कहता है पर वह खुद दादी की बात ध्यान से नहीं सुनता।
स्वामी की दादी – प्रश्न: सब-मजिस्ट्रेट कौन होता है? क्या वह पुलिस विभाग में होता है?
उत्तर: सब मजिस्ट्रेट एक जज होता है। वह पुलिस विभाग में नहीं होता।
प्रश्न: तुम्हारा घर या स्कूल किस थाने में आता है? थाने में कौन-कौन से पद होते हैं? उन व्यक्तियों के नाम भी पता करो जो इन पदों पर हैं। नीचे दी गई तालिका में इकट्ठा की गई जानकारी को दर्ज़ करो।
थाने का नाम ______________
पद व्यक्ति का नाम
______________ ______________
______________ ______________
______________ ______________
उत्तर:
प्रश्न: स्वामी ने राजम को ‘ऊँची चीज़’ माना। क्या तुम स्वामी की राय से सहमत हो? अपने उत्तर के कारण लिखो।
उत्तर: राजम पुलिस अधीक्षक का बेटा था। उसके पास पुलिस की वर्दी थी। वह पढ़ने लिखने में होशियार था। स्वामी के अनुसार उसने शेर को भी मारा था। इसलिए स्वामी उसे ऊँची चीज़ मानता था। उसकी इस बात से हम सहमत हैं।
प्रश्न: स्वामी का अपनी दादी के साथ कैसा रिश्ता था? तीन-चार वाक्यों में लिखो।
उत्तर: स्वामी अपनी दादी को बहुत प्यार करता था। उनके पास अपने को सुरक्षित महसूस करता था। उनके साथ बहुत खुश रहता था। दादी उसकी अच्छी मित्र थी।
प्रश्न:
- “स्वामीनाथन के दादा रौबदार सब-मजिस्ट्रेट थे।” किसी व्यक्ति का रौब किन बातों से पता चलता है?
- क्या तुम्हारे आस-पास कोई रौबदार व्यक्ति है? शब्दों के ज़रिए उसका खाका खींचो।
उत्तर:
- किसी व्यक्ति का रौब उसके पद, उसके व्यक्तित्व और अन्य लोगों में उसके प्रति आदर सम्मान से पता चलता है।
- छात्र स्वयं करें।
जैसे: हमारे घर के पास एक अंकल है। वह सबसे बहुत अच्छे से मिलते हैं। वह एक सैनिक रह चूके हैं। उनकी आवाज़ बुलंद है। उनके उठने, बैठने, बोलने के तरीके से शालीनता और रौब झलकता है। उन्होंने अपने प्रयासों से एक खाली जगह पर बच्चों के लिए पार्क बनवाया है। सभी लोग उनका बहुत आदर करते हैं।
प्रश्न: “स्वामीनाथन दादी के पास… बहुत प्रसन्न और सुरक्षित महसूस कर रहा था।” तुम कब असुरक्षित महसूस करती हो?
उत्तर: जब हम अकेले होते हैं या माता-पिता से दूर होते हैं तब हम असुरक्षित महसूस करते हैं।
प्रश्न: तुम इन हालात में कैसा महसूस करती हो:
- दोस्त के घर में
- जब तुम पहली बार किसी के घर जाती हो
- रेलगाड़ी या बस में किसी सफ़र पर
- जब तुम मुख्याध्यापक के कमरे में जाती हो
उत्तर:
- दोस्त के घर में हम प्रसन्नता महसूस करते हैं।
- जब हम पहली बार किसी के घर जाते हैं, तो थोड़ा-सा असहज महसूस करते हैं।
- रेलगाड़ी या बस में सफ़र करते समय हमें बहुत ही अच्छा लगता है परन्तु थकान भी होती है।
- जब हम मुख्याध्यापक के कमरे में जाते हैं, तो डर लगता है।
स्वामी की दादी – प्रश्न:
“उसका (दादी) सामान था – पाँच दरियाँ, तीन चादरें …….
लकड़ी का एक छोटा बक्सा जिसमें ताँबे के सिक्के,
इलायची, लौंग और सुपारी पड़े रहते थे।”
दादी अपने बक्से में इलायची, लौंग और सुपारी क्यों रखती होंगी?
उत्तर: दादी बक्से में अपने खाने के लिए इलायची, लौंग और सुपारी रखती होंगी। कुछ लोगों को इन्हें खाने की आदत होती है। वे खाने के बाद इन्हें चबाते रहते हैं।
प्रश्न:
“उसका (दादी) सामान था – पाँच दरियाँ, तीन चादरें …….
लकड़ी का एक छोटा बक्सा जिसमें ताँबे के सिक्के,
इलायची, लौंग और सुपारी पड़े रहते थे।”
क्या तुम्हारे घर में इनका इस्तेमाल होता है? किस-किस तरह से होता है?
उत्तर: हमारे घर में इन चीज़ों का इस्तेमाल चाय, हलवा, पुलाव, पान और खीर जैसी चीज़ों को बनाने में होता है।
प्रश्न:
“उसका (दादी) सामान था – पाँच दरियाँ, तीन चादरें …….
लकड़ी का एक छोटा बक्सा जिसमें ताँबे के सिक्के,
इलायची, लौंग और सुपारी पड़े रहते थे।”
ताँबे के सिक्के बनाने के लिए किस-किस धातु का इस्तेमाल होता है?
उत्तर: ताँबे के सिक्के बनाने के लिए ताँबा और लोहा धातु का इस्तेमाल होता है।
प्रश्न:
“उसका (दादी) सामान था – पाँच दरियाँ, तीन चादरें …….
लकड़ी का एक छोटा बक्सा जिसमें ताँबे के सिक्के,
इलायची, लौंग और सुपारी पड़े रहते थे।”
सिक्के कौन-कौन सी धातु के बने हो सकते हैं?
उत्तर: सिक्के ताँबा, सोना, चाँदी, लोहा, पीतल और गिल्ट आदि धातुओं के बने हो सकते हैं।
प्रश्न: नीचे पहले स्तंभ के रेखांकित विशेषणों और दूसरे स्तंभ के शब्दों का वाक्य में प्रयोग करो। तुम एक से अधिक वाक्यों का सहारा भी ले सकती हो।
ऊलजलूल कल्पना चेतावनी
रूखा स्वर मिठास
खूँखार डाकू समर्थन
नीचे कहानी से कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें जिन शब्दों के नीचे रेखा खिंची है उनका लिंग पहचानो और लिखो।
पुलिस की वर्दी, काफ़ी बड़ा दफ़्तर, ताँबे के सिक्के, अपने सारे सामान, दसवाँ हिस्सा, उस जैसा महामूर्ख
उत्तर:
- तुम्हें आखिरी चेतावनी दी जा रही है कि ऊलजलूल बातें करना बंद कर दो।
- वह बहुत रूखा व्यक्ति है। उसकी बोली में ज़रा भी मिठास नहीं है।
- फूलन देवी अपने समय की खूँखार डाकू थी। इसका सभी समर्थन करते हैं।
वर्दी: स्त्रीलिंग
दफ़्तर: पुल्लिंग
सिक्का: पुल्लिंग
सामान: पुल्लिंग
हिस्सा: पुल्लिंग
महामूर्ख: पुल्लिंग