Sunday , December 22 2024
हिंदी

वे दिन भी क्या दिन थे: 5 Class CBSE Hindi Chapter 08

प्रश्न: कुम्मी के हाथ जो किताब आई थी वह कब छपी होगी?

उत्तर: कुम्मी के हाथ जो किताब आई वह आज के जमाने की छपी हुई होगी।

प्रश्न: रोहित ने कहा था, “कितनी पुस्तकें बेकार जाती होगी। एक बार पढ़ी और फिर बेकार हो गई”। क्या सचमुच में ऐसा होता है?

उत्तर: हाँ, सचमुच ऐसा ही होता है। कई पुस्तकें एक बार पढ़कर फेंक दी जाती है, और वे बेकार हो जाती हैं।

प्रश्न: कागज़ के पन्नों की किताब और टेलीविजन के पर्दे पर चलने वाली किताब।तुम इनमें से किसको पसंद करोगे? क्यों?

उत्तर: हम कागज के पन्नों की किताब को पसंद करेंगे। क्योंकि वह हमेशा हमारे पास रहेगी और उसे पढ़ने तथा इधर-उधर ले जाने में भी आसानी रहेगी।

प्रश्न: तुम कागज़ पर छपी किताबों से पढ़ते हो। पता करो की कागज़ से पहले की छपाई किस-किस तरह की आसानियाँ और मुश्किलें है?

उत्तर: कागज से पहले की छपाई लकड़ी, पत्तो तथा धातु के बने पत्रों पर होती थी।

प्रश्न: तुम मशीन की मदद से पढ़ना चाहोगे या अध्यापक की मदद से? दोनों के पढ़ाने में किस-किस तरह की आसानियाँ और मुश्किलें है?

उत्तर: हम अध्यापक की मदद से पढ़ना चाहेगें। अध्यापक बच्चों को आसानी से समझा लेते हैं। लेकिन कई बार अध्यापक बच्चों को कुछ विषय नहीं समझा पाते है। वहीं मशीन से पढ़ाई में बच्चों को समझने में मुश्किल होगी। लेकिन मशीनी पढ़ाई से सभी विषयों की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकती है।

प्रश्न: बीते दिनों की प्रशंसा में कहीं जाने वाली यह बात तुमने कभी कभी किसी – से – सुनी है? अपने बीते दिनों के बारे में सोचो और बताओ कि उन में से किस समय के बारे में तुम “वे दिन भी क्या दिन थे !” कहना चाहोगे?

उत्तर: जब हम छोटे थे, तब सभी हम से बहुत प्यार करते थे। साथ ही हमारे सभी इच्छाएं माता-पिता द्वारा पूरी की जाती थी। उन्हीं दिनों के लिए हम कहना चाहिए कि “वे दिन भी क्या दिन थे”!

कल, आज और कल

प्रश्न: परेशान 1967 मैं हिंदी में छपी इस कहानी में कल्पना की गई है कि सालों बाद स्कूल की जगह मशीनें ले लेगी । तुम भी कल्पना करो कि बहुत सालों बाद यह कैसी होगी- पेन, घड़ी, टेलीफ़ोन / मोबाइल, टेलीविजन, कोई और चीज के बारे में तुम सोचना चाहो.

उत्तर:

  1. पेन: बहुत साल बाद पेन लेजर किरनों वाले हो सकते हैं जिनसे दूर से भी लिखा जा सकता है।
  2. घड़ी: बहुत सालों बाद घड़ी कंप्यूटर के माध्यम से चलेगी तथा उनमे सुइयाँ भी नहीं होगी।
  3. टेलीफोन / मोबाइल: बहुत सालों बाद टेलीफोन / मोबाइल का आकर काफी छोटा हो जाएगा और इसमें सुविधायँ भी होंगी।
  4. टेलीविजन: बहुत सालों बाद टेलीविज़न काफी पतले आकर के आने लगेगें। यह दीवार पर ही लटके जा सकेंगे।
  5. रसोईघर का सामान: आने वाले समय में रसोई घर में इस्तेमाल होने वाला सम्मान भी काफी आधुनिक होगा। इनमे बहुत सी चीजें बिजली से चलने वाली होंगी।

प्रश्न 2. नीचे कुछ वस्तुओ के नाम दिए गए है। बड़ो से पूछ कर पता करो के बीस साल पहले इनकी क्या कीमत थी और अब इनका कितना दाम है? आलो, लड्डू, शक्कर, दाल, चावल, दूध
…………………
…………………

उत्तर:

वस्तु:
आज का इनका दाम
आज का इनका दाम
आलू
1-2 पैसे कि.ग्रा.
10-15 रूपए कि.ग्रा.
लड्डू
4-5 पैसे कि.ग्रा.
60-70 रूपए कि.ग्रा.
शक्कर
1-2 पैसे कि.ग्रा.
17-18 रूपए कि.ग्रा.
दाल
4-5 पैसे कि.ग्रा.
35-40 रूपए कि.ग्रा.
चावल
3-4 पैसे कि.ग्रा.
20-30 रूपए कि.ग्रा.
दूध
2-3 पैसे कि.ग्रा.
20-26 रूपए कि.ग्रा.

प्रश्न: आज हमारे कई काम कम्प्यूटर के मदद से होते हैं। सोचो और लिखो की अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में हम कंप्यूटर का इस्तेमाल किन-किन उद्देश्यों के लिए करते हैं?

उत्तर:

व्यक्तिगत
सार्वजानिक
मनोरंजन
रेल, बस टिकटो की बिक्री में
हिसाब-किताब
सार्वजनिक जानकारियाँ प्राप्त करने में
पढ़ाई-लिखाई
विभिन्न उद्योगों की जानकारी
विभिन्न जानकारियाँ प्राप्त करना
सूचनाएँ प्रसारित करने में
फोटोग्राफी
नौकर से संबंधित

प्रश्न: जानकारी देने या लेने के लिए कई तरीके अपनाए जाते हैं। हम जो कुछ सोचते या महसूस करते हैं उसे अभिव्यक्त कने या बताने के भी कई ढंग हो सकते हैं। बॉक्स में ऐसे कुछ साधन दिए गए हैं। उनका वर्गीकरण करके नीचे दी गई तालिका में लिखो।

सन्देश
अभिनय
रेडिओ
नृत्य के हव-भाव
फ़ोन
विज्ञापन
नोटिस
संकेत-भाषा
चित्र
मोबाइल
टी.वी.
मोबाइल सन्देश
फैक्स
इन्टरनेट
तार
इश्तहार

ऊपर लिखी चीजें एकतरफा भी हो सकती हैं और दो तरफा भी। जिन चीजों के जरिए इकतरफ़ासंप्रेषण होता है उनके आगे (→) का निशाँ लगाओ। दो तरफ़ा संवाद की चीजों के आगे (↔) का निशाँ लगाओ।

उत्तर:

जानकारी
भावनाएँ
→सन्देश, →चित्र, →फैक्स, →विज्ञापन →नोटिस ,↔टी.वी. →इश्तहार
↔फ़ोन, ↔अभिनय, →मोबाइल, ↔तार, ↔मोबाइल सन्देश, →संकेत-भाषा, →नृत्य के हाव-भाव

प्रश्न: डायरी लिखना एक निजी काम या शौक है। तुम अपनी डायरी किसी और को पढ़ने को देते हो या नहीं यह तुम्हारी अपनी मर्जी है। कई व्यक्तियों ने अपनी डायरियां छपवाई भी है, ताकि अन्य लोग उन्हें पढ़ सके। ऐसी कोई डायरी खोज कर पढो और उनका कोई अंश कक्षा में सुनाओ।

उत्तर: छात पुस्तकालय से प्राप्त कर डायरी पढ़कर कक्षा में सुनाएं।

प्रश्न: अपनी डायरी बनाओ और उसमें खुद से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें लिखो।

उत्तर: मैं पांचवीं कक्षा में पढ़ता हूं। मुझे पढ़ना-लिखना बहुत अच्छा लगता है। इसलिए मुझे सभी बहुत प्यार करते हैं। मैं पढ़ाई के साथ खेल-कूद में भी आगे रहता हूं। मैं अपने से बड़ों का आदर छोटों से प्यार करता हूं। सुबह जल्दी उठना और रात को जल्दी सोना मेरी आदत है। मैं रोज सुबह ईश्वर की वंदना और गुरुजनों को प्रणाम करता हूं। (छात्र स्वयं अपनी डायरी बनाएं)

प्रश्न: डायरी में तुम अपने स्कूल के बारे में क्या करना चाहोगे?

उत्तर: डायरी में हम अपने स्कूल की गुण विशेषता और यहां होने वाली पढ़ाई के बारे लिखना चाहेंगे।

तुम भी कल्पना करो

प्रश्न: दोस्तों के साथ बात काके अंदाजा लगाओ के 50 साल बाद इसमें क्या-क्या बदल जाएगा:

  1. फिल्मों में …..
  2. गाँव की हालत में …..
  3. तुम्हारी परिचित किसी नदी में …..
  4. स्कूल में …..

उत्तर:

  1. फिल्मो में आधुनिकता का प्रयोग किया जाने लगेगा व यह कम समय की हो जाएगी।
  2. गाँव की हालत में काफ़ी सुधर हो जाएँगें। गाँव में सभी सुविधाएँ उपलब्ध होने लगेंगी।
  3. हमारी परिचित नदी में जलस्तर कम हो जाएगा ओ इसका पानी भी दूषित हो जाएगा।
  4. स्कूल काफ़ी विकसित हो जाएंगें और कॉपी पेंसिल का काम कम हो जाएगा।

प्रश्न: असीमोव की कहानी 2155 यानी भविष्य में आने वाले समय के बारे है। फिर भी कहानी में ‘थे’ का इस्तेमाल हुआ है जो बीते समय के बारे में बताता है। ऐसा क्यों हैं?

उत्तर: कहानी में ‘थे’ शब्द का इस्तेमाल भूतकाल की घटनाओं को बताने के लिए किया गया है। क्योंकि यह कहानी भविष्य के आधार पर लिखी गई है।

प्रश्न: (क) ‘जब मुझे बहुत दर लगा था…’ ‘मैं जब छोटा था…’ इस शीर्षक से जुड़े किसी अनुभव का वर्णन करो।

उत्तर: जब मैं बहुत छोटा था तो मैं कमरे में अकेला नहीं रहता था। क्योंकि एक बार मैं कमरे में अकेला था, तब एक अजीब सी आवाज सुनाई दी जिसमें वह मुझे बहुत डर लगा। तभी से मैं अंधेरे कमरे में अकेले नहीं रहता।

(ख) तुम्हें ‘मै’ शीर्षक से एक अनुच्छेद लिखना है। अपने स्वभाव, अच्छाइयों, कमियों, पसंद – नापसंद के बारे में सोचो और लिखो। या किसी मैच का आंखों देखा हाल ऐसे लिखो मानो वह अभी तुम्हारी आंखों के सामने हो रहा है।

उत्तर: मैं सीधा-सादा लड़का हूं। वे अपने से बड़ों की सही बातें मानता हूं। साथ ही उनका आदर-सम्मान भी करता हूं। लेकिन मैं थोड़ा जिद्दी भी जरूर हूं। मुझे बाजार का खाना-पीना बहुत पसंद है। साथ ही मुझे खेलना बहुत अच्छा लगता है। लेकिन मुझे घर में अकेले रहना बिल्कुल भी पसंद नहीं है।

मैच का आंखों देखा हाल

दर्शकों की मैदान में भीड़ है। बल्लेबाजी गेंद खेलने के लिए बिल्कुल तैयार खड़ा है। इधर गेंदबाज गेंद लेकर भागने लगा। गेंदबाज जैसे ही गेंद फेकी बल्लेबाज ने एक जोरदार हिट लगाया। गेंद सीमा रेखा की तरफ से जा रही है और ये चार रन। इसके साथ ही बल्लेबाजी करने वाली टीम ने मैच जीत लिया। सभी खिलाड़ी दोड़ते आए और अपने बल्लेबाज पीठ थपथपाने लगे।

(ग) अगली छुट्टियों में नानी के पास जाना है। वहां तुम क्या – क्या करोगे, कैसे वक्त बिताओगे – इस पर एक अनुच्छेद लिखो।

उत्तर: मैं अपनी नानी घर जाऊंगा। वहां मैं खेतों और बागों में घूमूंगा। मैं अपने नाना-नानी के साथ बहुत सारी बातें करूंगा। मैं बकरी, गाय, भैंस आदि जानवर के साथ भी खेलूंगा। घोड़े की सवारी के अलावा मैं गांव में मिलने वाली मिठाइयों तथा दूसरी खाने-पीने की चीजों का भरपूर आनंद लूंगा

तुमने जो 3 अनुच्छेद लिखे हैं उनमें से पहले का संबंध उनसे है जो बीत चुका है। दुसरे मैं अभी की बात है और तीसरे मैं बाद में घटने वाली घटना का वर्णन है। इन अनुच्छेद में इस्तेमाल किए गए क्रियाओं को ध्यान से देखो। यह बीते हुए, अभी के और बाद के समय के बारे में बताती है।

Check Also

राष्ट्र-निर्माण में विद्यार्थी का योगदान पर हिंदी निबंध

राष्ट्र-निर्माण में विद्यार्थी का योगदान पर हिंदी निबंध

राष्ट्र रूपी वृक्ष के वृन्त पर किशोर-किशोरियाँ कली की तरह और युवक-युवतियाँ पुष्पों की तरह …