संसार पुस्तक है 6th Class NCERT CBSE Hindi वसंत भाग 1 Chapter 12
प्रश्न: पं. जवाहर लाल नेहरू इंदिरा गाँधी को पत्र क्यों लिखा करते थे?
उत्तर: पं. जवाहर लाल नेहरू अपनी पुत्री इंदिरा को पत्रों के माध्यम से देश और दुनिया की थोड़ी जानकारी देना चाहते थे, इसलिए वह उन्हें पत्र लिखा करते थे।
प्रश्न: धरती के शुरुआती समय के बारे में हमें किससे जानकारी मिलती है?
उत्तर: पहाड़ों और जानवरों की पुरानी हड्डियों से हमें धरती के शुरुआती समय की जानकारी मिलती है।
प्रश्न: कोई भाषा सिखने के लिए सबसे पहले क्या करना होता है?
उत्तर: किसी भी भाषा को सिखने के लिए सबसे पहले उस भाषा के अक्षरों को सीखना होता है।
प्रश्न: नेहरू जी ने संसार को पुस्तक क्यों कहा है?
उत्तर: संसार के हर पदार्थ पर उसके निर्माण और यात्रा की कहानी लिखी है। इसलिए नेहरू जी ने संसार को पुस्तक कहा है।
संसार पुस्तक है – प्रश्न: नेहरू जी ने इंदिरा को पत्रों के माध्यम से देश दुनिया की कथा लिखने का इरादा क्यों किया?
उत्तर: कहानियाँ रोचक होती हैं और बड़े ही सरल सहज तरीके से कई दुर्लभ जानकारियाँ दे जाती हैं। देश-विदेश की कथाएँ ज्ञान के साथ-साथ व्यापक दृष्टिकोण भी प्रदान करती हैं। इसलिए नेहरु जी ने इंदिरा को पत्रों के माध्यम से देश दुनिया की कथा लिखने का इरादा किया।
प्रश्न: पुराने जमाने की बात यदि हम बैठे-बैठे सोचने लगें तो क्या होगा?
उत्तर: पुराने जमाने की बात यदि हम बैठे सोचने लगें तो कोई न कोई मनगढंत कहानी जरुर बन जाएगी। हमें जो अच्छा लगेगा हम वही सोच लेंगे। हो सकता है हम सुंदर परियों और भयानक राक्षसों की कथा सोच लें परंतु बिना देखे जाने किसी बात की कल्पना करना गलत होता है, क्योंकि ऐसी बातों का न कोई तथ्य होता है, न आधार।
प्रश्न: गोल चमकदार पत्थर के जन्म से उसकी अब तक की यात्रा का वर्णन करें।
उत्तर: चट्टानों के टूटने से खुरदरे नुकीले पत्थर पहाड़ों के आस-पास गिर पड़े। वहाँ से बारिश के पानी में बहकर ये पत्थर छोटी घाटी तक आए। वहाँ से पहाड़ी नाले ने धकेलकर उन्हें एक छोटे-से दरिया में पहुँचा दिया। यहाँ से बहकर वह बड़े दरिया में पहुँचे: इस पूरी प्रक्रिया में पानी के साथ लुढकते बहते घिस कर ये पत्थर गोल और चमकदार बन गए।
प्रश्न: लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर’ किन्हें कहा है?
उत्तर: लेखक के अनुसार पहाड़, समुद्र, सितारे, नदियाँ, जंगल, जानवरों की पुरानी हड्डियों और अनेकों ऐसी चीज़ें हैं, जिसके माध्यम से इतिहास को पढ़ा जा सका। इसलिए लेखक ने इन सब चीज़ों को ‘प्रकृति के अक्षर’ कहा है।
प्रश्न: लाखों-करोड़ों वर्ष पहले हमारी धरती कैसी थी?
उत्तर: लाखों करोड़ों वर्ष पहले जब मनुष्य का अस्तित्व भी नहीं था, तो ये पृथ्वी बेहद गर्म थी। धीरे-धीरे उस में विभिन्न तरह के परिर्वतन हुए और सबसे पहले जानवरों और पेड़ पौधों का अस्तित्व आया।
प्रश्न: दुनिया का पुराना हाल किन चीज़ों से जाना जाता है? उनके कुछ नाम लिखो।
उत्तर: दुनिया का पुराना हाल पुरानी चीज़ों के अध्ययन व जीवाश्मों के माध्यम से जाना जाता है; जैसे: समुद्र, पहाड़, सितारे, नदियाँ, जंगल, जानवरों की पुरानी हड्डियाँ आदि।
प्रश्न: गोल चमकीला रोड़ा अपनी क्या कहानी बताता है?
उत्तर: गोल चमकीला रोड़ा कहता है: वो कभी एक चट्टान का हिस्सा था। उससे टूटकर वह चट्टानों की ही तरह नुकीला और खुरदरा था, बहुत वक्त तक वो पहाड़ों में यूंहीं पड़ा रहा और एक दिन पहाड़ों में बहते हुए पानी ने उसे घाटी में जा धकेला, घाटी ने उसे पहाड़ी नाले में धकेला, पहाड़ी नाले ने उसे दरिया में धकेल दिया फिर इसी लुढ़का-लुढ़की में वो बड़े दरिया में धकेला गया और उसके तल में लुढ़कते-लुढ़कते वह घिस कर चमकदार और चिकना रोड़ा बन गया। और रोड़े को दरिया ने जब अपनी पकड़ से छोड़ा तो एक बच्ची ने उसे पा लिया।
प्रश्न: गोल चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो क्या होता? विस्तार से उत्तर लिखो।
उत्तर: अगर दरिया गोल चमकीले रोड़े को अपने साथ और आगे बहाकर ले जाता तो दरिया में लुढ़कते-लुढ़कते उसका अस्तित्व एक चमकीले-नुकीले रोड़े से अंत में बालू का एक ज़र्रा मात्र रह जाता और अंत में समुद्र के किनारे समुद्र की रेत बनकर बालू का किनारा बन जाता। जिस बालू पर बच्चे खेलते-कूदते उस पर अनेकों बालू के घर बनाते हुए आनन्द का अनुभव लेते।
प्रश्न: नेहरू जी ने इस बात का हलका-सा संकेत दिया है कि दुनिया कैसे शुरू हुई होगी। उन्होंने क्या बताया है? पाठ के आधार पर लिखो।
उत्तर: नेहरू जी के अनुसार हज़ारों करोड़ों वर्षों पूर्व इस धरती पर किसी मनुष्य का अस्तित्व नहीं था। पहले यहाँ पर जानवर रहा करते थे परन्तु उनसे पहले तो यहाँ कोई जानदार चीज़ ही नहीं थी। क्योंकि धरती बेहद गर्म थी, धीरे-धीरे उसमें परिवर्तन होना आरम्भ हुआ और तब जाकर यहाँ जीने योग्य वातावरण पनपने लगा और इस पृथ्वी पर जीवन संभव हो पाया।
प्रश्न: ‘इस बीच वह दरिया में लुढ़कता रहा।’ नीचे लिखी क्रियाएँ पढ़ो। क्या इनमें और ‘लुढ़कना’ में तुम्हें कोई समानता नज़र आती है?
- ढकेलना
- सरकना
- खिसकना
इन चारों क्रियाओं का अंतर समझाने के लिए इनसे वाक्य बनाओ।
उत्तर:
- ढकेलना: पत्थर को ऊपर से ढकेलना ही सही था
- ढकेलता: वह मुझको ढकेलता आ रहा है।
- सरकना: साँप ने धीरे-धीरे सरकना शुरू किया।
- सरकता: मैं सरकता हुआ भीड़ से निकल आया।
- खिसकना: वो मिटिंग से खिसकना चाहता था।
- खिसकाता: वह कुर्सी खिसकाता है।
प्रश्न: चमकीला रोड़ा – यहाँ रेखांकित विशेषण ‘चमक’ संज्ञा में ‘ईला’ प्रत्यय जोड़ने पर बना है। निम्नलिखित शब्दों में यही प्रत्यय जोड़कर विशेषण बनाओ और इनके साथ उपयुक्त संज्ञाएँ लिखो:
पत्थर ………………………… काँटा …………………………
रस …………………………… ज़हर …………………………
उत्तर:
1. पत्थर पथरीला
2. रस रसीला
3. काँटा कँटीला
4. ज़हर ज़हरीला
प्रश्न: ‘जब तुम मेरे साथ रहती हो, तो अक्सर मुझसे बहुत-सी बातें पूछा करती हो।’ यह वाक्य दो वाक्यों को मिलाकर बना है। इन दोनों वाक्यों को जोड़ने का काम जब – तो (तब) कर रहे हैं, इसलिए इन्हें योजक कहते हैं। योजक के रूप में कभी कोई बदलाव नहीं आता, इसलिए ये अव्यय का एक प्रकार होते हैं। नीचे वाक्यों को जोड़ने वाले कुछ और अव्यय दिए गए हैं। उन्हें रिक्त स्थानों में लिखो। इन शब्दों से तुम भी एक-एक वाक्य बनाओ:
- कृष्णन फ़िल्म देखना चाहता है …………….. मैं मेले में जाना चाहती हूँ।
- मुनिया ने सपना देखा …………. वह चंद्रमा पर बैठी है।
- छुट्टियों में हम सब …………. दुर्गापुर जाएँगे ………… जालंधर।
- सब्ज़ी कटवा कर रखना …………. घर आते ही मैं खाना बना लूँ।
- …………. मुझे पता होता कि शमीम बुरा मान जाएगा ………… मैं यह बात न कहता।
- मालती ने तुम्हारी शिकायत नहीं …………. तारीफ़ ही की थी।
- इस वर्ष फ़सल अच्छी नहीं हुई है …………. अनाज महँगा है।
- विमल जर्मन सीख रहा है ……….. फ्रेंच।
बल्कि / इसलिए / परंतु / कि / यदि / तो / नकि / या / ताकि
उत्तर:
- कृष्णन फ़िल्म देखना चाहता है परन्तु मैं मेले में जाना चाहती हूँ।
- मुनिया ने सपना देखा कि वह चंद्रमा पर बैठी है।
- छुट्टियों में हम सब तो दुर्गापुर जाएँगे नकि जलंधर।
- सब्ज़ी कटवा कर रखना ताकि घर आते ही मैं खाना बना लूँ।
- यदि मुझे पता होता कि शमीम बुरा मान जाएगा तो मैं यह बात न कहता।
- मालती ने तुम्हारी शिकायत नहीं बल्कि तारीफ़ ही की थी।
- इस वर्ष फ़सल अच्छी नहीं हुई है इसलिए अनाज महँगा है।
- विमल जर्मन सीख रहा है नकि फ्रेंच।
विकल्पीय प्रश्न: नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर विकल्पों से चुनकर दीजिए:
संसार पुस्तक है – प्रश्न: जवाहर लाल नेहरू इस पाठ में किसे जानकारी दे रहे हैं?
- कमला नेहरू
- इंदिरा गांधी
- विजयालक्ष्मी पंडित
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न: इंदिरा गांधी के बचपन का क्या नाम था?
- इंदिरा
- इंदिरा गांधी
- इंदिरा प्रियदर्शिनी
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न: इनमें से कौन हमें धरती के शुरूआती समय के बारे में बताते हैं?
- पत्थर
- पहाड़
- पेड़
- पक्षी
प्रश्न: किसी भाषा को सिखने के लिए सबसे पहले क्या सीखना होता है?
- वर्ण
- शब्द
- वाक्य
- शब्दांश
प्रश्न: नेहरू जी ने संसार को क्या कहा है?
- संग्रहालय
- रंगमंच
- पुस्तक
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न: इनमें से कौन हमें दुनिया का पुराना हाल नहीं बताता है?
- पहाड़
- समुद्र
- जंगल
- बादल
संसार पुस्तक है – प्रश्न: इनमें से कौन चिट्ठी का पर्यायवाची नहीं है?
- पत्र
- पाती
- खत
- पोथी
प्रश्न: पाठ से ज्ञात होता है कि हिंदुस्तान एक बड़ा-सा भू-भाग है जबकि इंग्लैंड एक ___ मात्र है?
- छोटा-सा भू-भाग
- प्रायद्वीप
- टापू
- पठार
प्रश्न: अगर पढना आता हो तो राह पड़ा रोड़ा भी ____ बन जाता है।
- मोटी पुस्तक
- संसार रूपी पुस्तक का पृष्ट
- पतली पुस्तक
- ज्ञान से भरी पुस्तक
प्रश्न: ‘दरिया’ का अर्थ है ____ ।
- सागर
- झील
- तालाब
- नदी
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