बिशन की दिलेरी 5th Class NCERT CBSE Hindi Book Rimjhim Chapter 15
प्रश्न: इन वाक्यों को अपने शब्दों में लिखो: सुबह की हल्की धूप में खेत सुनहरे दिखाई दे रहे थे।
वह इतना तेज़ चल रहा था मानो उसके पंख लग गए हों।
बिशन की दिलेरी – उत्तर: सुबह की हल्की धूप में खेतों पर पड़ी ओस चमकती है तो वह सोने के समान चमकती हुई दिखाई देती है।
वह बहुत तेज़ चल रहा था जैसे उड़ रहा हो।
प्रश्न: “तीतर स्वेटर में फँस गया तो बिशन ने उसे पकड़ लिया और अपने सीने से चिपका लिया।” ऊपर लिखे वाक्य में ‘उसे’ शब्द का इस्तेमाल ‘तीतर’ के लिए किया गया है। एक ही संज्ञा का बार-बार इस्तेमाल करने की बजाय उसकी जगह पर कुछ ख़ास शब्दों का प्रयोग किया जाता है। ऐसे शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। नीचे लिखे वाक्यों में सर्वनाम का ठीक रूप छाँटकर लिखो।
- मास्टर साहब ने अप्पाराव को ……………… पास बुलाकर कहा, ………………….. कल ………………. घर आना। (मैं, अपना, तुम)
- सेंटीला ……………….. घर नागालैंड के किस शहर में है? (तुम)
- सुधा ने ……………….. बुआ से पूछा, पापा ………………… कितने बड़े हैं? (आप)
- मोहन को समझ में नहीं आ रहा कि ………………. क्या करना चाहिए? (वह)
- विमल ने ……………………… अफ़सर को याद दिलाया कि ……………… चार बजे बैठक में जाना है। (आप, वह)
उत्तर:
- मास्टर साहब ने अप्पाराव को अपने पास बुलाकर कहा, तुम कल मेरे घर आना। (मैं, अपना, तुम)
- सेंटीला तुम्हारा घर नागालैंड के किस शहर में है? (तुम)
- सुधा ने अपनी बुआ से पूछा, पापा आपसे कितने बड़े हैं? (आप)
- मोहन को समझ में नहीं आ रहा कि उसे क्या करना चाहिए? (वह)
- विमल ने अपने अफ़सर को याद दिलाया कि उसे चार बजे बैठक में जाना है। (आप, वह)
बिशन की दिलेरी – प्रश्न: इन वाक्यों को पूरा करो:
- वह इतना धीरे चल रहा था, मानो ………………………………………
- रात में चमकते तारे ऐसे दिख रहे थे, मानो ………………………………………
- तुम तो मंगल ग्रह के बारे में ऐसे बता रहे हो, मानो …………………………………………
- बिल्ली चूहे को ऐसी ललचाई नज़रों से देख रही थी, मानो ………………………………………
उत्तर:
- वह इतना धीरे चल रहा था, मानो चीटीं चल रही है।
- रात में चमकते तारे ऐसे दिख रहे थे, मानो आकाश में तारों की चादर बिछी हो।
- तुम तो मंगल ग्रह के बारे में ऐसे बता रहे हो, मानो तुम मंगलग्रह के वासी हो।
- बिल्ली चूहे को ऐसी ललचाई नज़रों से देख रही थी, मानो अभी खा जाएगी।
प्रश्न: “जी हाँ, हमारे पास लाइसेंस वाली बंदूकें हैं। सरपंच माधोसिंह भी हमें जानता है।” शिकारियों ने कर्नल साहब से क्या सोचकर ऐसा कहा होगा?
उत्तर: कर्नल साहब के रौब से बोलने व डाँटने पर वे डर गए होगें इसलिए उन्होंने कहा “हमारे पास लाइसेंस वाली बंदूकें हैं। सरपंच माधोसिंह भी हमें जानता है।”
प्रश्न: बिशन घायल तीतर को क्यों बचाना चाहता था?
उत्तर: बिशन पक्षियों से बहुत प्यार था। वह जानता था कि शिकारी घायल तीतर को खेत में ढूँढ नहीं पायेगें। वे ऐसे ही उसे छोड़ जाएँगे। घायल तीतर उचित इलाज न मिल पाने के कारण मर जायेगा। अगर इनके हाथ लग गया तो वे इसे खा जाएँगे। इसलिए बिशन तीतर को बचाना चाहता था।
प्रश्न: घायल तीतर को बचाने के लिए उसे किस तरह की परेशानियाँ हुई?
उत्तर: बिशन को घायल तीतर को बचाने के लिए बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा। वह काँटेदार झाड़ियों में छिपता हुआ चल रहा था। जिसके कारण सारे काँटे उसे चुभ गए। वह लगातार दौड़ता रहा इसलिए पसीने में नहा गया था। उसकी कमीज़ की एक आस्तीन भी फट गई थी।
प्रश्न: घायल तीतर अगर तुम्हें मिला होता, तो क्या तुम उसे पालते या अच्छा होने पर छोड़ देते? क्यों?
उत्तर: यदि घायल तीतर मुझे मिला होता तो मैं तीतर की देखभाल करती। उसके ठीक होने पर उसे ऐसे स्थान पर छोड़ती जहाँ उसके अन्य साथी भी उसे मिल जाते। तीतर अपने साथियों से मिलकर बहुत खुश हो जाता।
प्रश्न: इस कहानी में सेबों के खेत और सीढ़ीनुमा खेत का ज़िक्र आया है। अनुमान लगाकर बताओ कि यह कहानी भारत के किस भौगलिक क्षेत्र की होगी और वहाँ सीढ़ीनुमा खेती क्यों की जाती होगी?
उत्तर: यह कहानी उत्तरी भाग जैसे हिमाचल प्रदेश, कश्मीर आदि की है। जहाँ सीढ़ीनुमा खेत होते हैं। पहाड़ी इलाकों में पहाड़ों को काटकर खेती के लिए ज़मीन तैयार की जाती है। अत: यहाँ की खेती सीढ़ीनुमा खेती होती है।
प्रश्न: “सेबों के बाग में कीटनाशक दवा का छिड़काव हो रहा था।” यों तो कीटनाशक दवाएँ फलों, सब्ज़ियों और अनाज की फ़सलों को कीड़ा लगने से बचाती हैं, पर
- ये कीटनाशक दवाएँ कीड़ों को नष्ट करती हैं। इनसे इनका सेवन करने से क्या हमें भी नुकसान होता होगा? पता करो और कक्षा में बातचीत करो।
- ऐसे में फलों और सब्ज़ियों का इस्तेमाल करने से पहले किन बातों को ध्यान में रखना ज़रूरी होगा?
उत्तर:
- खेतों में कीटनाशक दवाएँ छिड़की जाती हैं। यह दवाएँ कीड़ों को नष्ट करके फसल को बचाती हैं। परन्तु यह कीटनाशक दवाएँ हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुँचाती है।
- फल सब्ज़ियों में कीटनाशक दवाएँ डाली जाती हैं इसलिए इन्हें अच्छी तरह धोना चाहिए। ऊपरी सत्तह निकाल देनी चाहिए।
प्रश्न: कर्नल दत्ता ने घायल तीतर को गेंदें की पत्तियों का रस पिलाने के लिए कहा। पत्तों का इस्तेमाल कई कामों के लिए होता है। नीचे लिखी पत्तियों का इस्तेमाल किसलिए होता है?
तुलसी, नीम, मीठा नीम, आम, अमरूद, तेजपत्ता, केला, सागवान
उत्तर:
- तुलसी: इसका प्रयोग औषधी, चाय, पूजापाठ आदि में होता है। सर्दी दूर भगाने के लिए यह उपयोगी पत्ती है।
- नीम: इसका प्रयोग फोडे-फुंसी, दवाइयों, साबुन आदि में होता है।
- मीठा नीम: यह सब्ज़ियों व दालों में प्रयोग होता है। दक्षिण भारतीय खानों में भी इसका प्रयोग होता है।
- आम का पत्ता: इसका प्रयोग पूजा, पाठ, हवन इत्यादि में होता है।
- अमरूद का पत्ता: इसका प्रयोग औषधी में होता है। इसे चबाने से मूँह के छाले दूर होते हैं। पेट साफ होता है।
- तेजपत्ता: इसका प्रयोग गरममसाला, सब्ज़ियाँ, पुलाव आदि बनाने में होता है।
- केला: इसका प्रयोग दक्षिण भारत में भोजन की थाली की तरह और पूजा पाठ आदि में होता है।
- सागवान: इसका प्रयोग दोने, पत्तल बनाने में, कपड़ों की रंगाई में और इससे खाकी रंग भी बनता है।
प्रश्न: “कर्नल साहब के कहने पर बिशन दौड़कर ‘दवाइयों का बक्सा’ ले आया।” इसे तुम ‘प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स / फ़र्स्ट एड बॉक्स’ के नाम से जानते होंगे।
- इस बक्से में क्या-क्या चीज़ें होती हैं?
- इसका इस्तेमाल कब-कब किया जाता है?
उत्तर:
- इस बक्से में, कपड़े की पट्टियाँ, रूई, डिटोल, बेन्डेड, एक चिमटी, छोटी कैंची, कटने-छिलने आदि के लिए मरहम, सिरदर्द, उल्टी आदि की दवाइयाँ, पानी के लिए छोटा-सा गिलास आदि चीज़ें होती हैं।
- इसका इस्तेमाल मामूली चोट लगने या छोटे-मोटे उपचार के लिए किया जाता है।
प्रश्न: तुमने पर्यावरण अध्ययन में पढ़ा होगा कि पहाड़ी क्षेत्रों में आमतौर पर छतें ढलावदार बनाई जाती हैं। सोचकर बताओ कि ऐसा क्यों किया जाता है।
उत्तर: पहाड़ी क्षेत्रों में छतें ढलावदार बनाने के पीछे महत्वपूर्ण कारण है। इन क्षेत्रों में बारिश और बर्फ बहुत होती है। यदि छतें ढलावदार न हो तो पानी व बर्फ छतों में ठहर जाएगा और मकान टूट जायेंगे। ढलावदार छतों में पानी व बर्फ ठहरता नहीं है। अत: मकान को कोई खतरा नहीं रहता।
प्रश्न: इस कहानी में पहाड़ी, घाटी शब्दों का इस्तेमाल हुआ है। पहाड़ी इलाके से जुड़े हुए और शब्द सोच कर लिखो। जैसे: ढलान, चट्टान आदि।
उत्तर: पगडंडी, झाड़ी, सीढ़ीनुमा खेत, चट्टानी, ढलावदार, बर्फीला, चोटियाँ, पर्वतीय, टेढ़ा-मेढ़ा, कँटीला, संकरा, पथरीला, ऊँचा-नीचा, छप्परदार आदि।
प्रश्न: पहेली – तीतर के दो पीछे तीतर,
तीतर के दो आगे तीतर,
बोलो कितने तीतर?
उत्तर: तीन तीतर।
प्रश्न: यहाँ तीतर का फ़ोटो दिया गया है। गौर से देखो और उसका वर्णन करो। चौथी में तुम यह कर चुके हो।
उत्तर: तीतर एक छोटा पक्षी होता है। यह कुछ-कुछ कबूतर की तरह लगता है। परन्तु इसका रंग भूरा व कहीं-कहीं गहरा भूरा होता है। यह ज़्यादा ऊँचा नहीं उड़ सकता है। यह फुदक-फुदक कर चलता है। यह झुंड में रहता है और लड़ने में तेज़ होता है।
बिशन की दिलेरी – प्रश्न: तीतर के बारे में और जानकारी इकट्ठा करो। जैसे: तीतर का घोंसला, वह क्या खाता है आदि।
उत्तर: तीतर का घोंसला छोटे-छोटे तिनको से बना होता है। यह हरी पत्तियाँ, छोटे फूल, छोटे-छोटे कीड़े खाता है। यह दिखने में सुन्दर लगता है।