8th Hindi Annual Examination (2018-19)
समय: 3 घंटे
पूर्णांक: 80
विषय: हिंदी
कक्षा: 8
दिनांक: 22/02/2019
निर्देश:
- चारों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- उत्तर पुस्तिका में उत्तर के साथ वही प्रश्न संख्या लिखिए जो प्रश्न पत्र में दी गई है।
- उत्तर सुंदर और साफ लेख में लिखें।
- इस प्रश्न पत्र में चार खंड हैं: ‘क’, ‘ख’, ‘ग’, ‘घ’
खंड – क (पाठन) [15 अंक]
प्रश्न: निम्नलिखित गद्यांश को पढकर प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [9]
एक दिन अचानक हुई कार दुर्घटना के कारण रीमा का पैर बेकार हो गया था। अब वह हर काम के लिए अपनी माँ पर निर्भर थी। धीरे-धीरे उसने सबके साथ बोलना भी कम कर दिया और चुपचाप अपने कमरे में अकेली बैठी खिड़की से बाहर देखती रहती। उसकी उदासी देख कर एक दिन माँ उसके पास आई और उसकी उदासी का कारण पूछा। “कुछ नहीं माँ, अब सोचने के लिए क्या रह गया है। इस इस दुर्घटना के बाद अब न ही नौकरी है और न घर। घर कैसे चलाएँगे और मकान का किराया कैसे दे पाएँगे? रीमा ने बुझे स्वर में बोला। माँ चुपचाप रसोईघर में जाती हैं और तीन अलग-अलग बर्तनों में पानी उबलने के लिए रखकर, उसमें आलू, अंडा और कॉफी के दाने डालती है। थोड़ी देर के बाद माँ आलू और अंडा एक प्लेट में डालकर और कॉफी एक मग में डालकर रीमा के पास आती है। “रीमा, जरा तीनों को एक-एक करके छूकर देखो और मुझे बताओ कि उनमें क्या बदलाव आया है।” माँ ने कहा। (रीमा देखती है) “आलू मुलायम हो गया है, अंडा कठोर हो गया है और कॉफी की तो खुशबू आ रही है और वह पानी में घुल गई है। पर इस बात का क्या मतलब है माँ? रीमा ने पूछा। “देखो, तीनों को एक ही तकलीफ से गुजरना पड़ा – ‘खौलता पानी’। लेकिन तीनों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। आलू पहले तो कठोर था पर खौलते पानी रूपी मुसीबत आने पर कमजोर और नरम पड़ गया, वही अंडा पहले ऊपर से सख्त और अंदर से नरम था पर मसीबत आने पर वह अंदर से भी कठोर बन गया। लेकिन कॉफी के दाने बुल्कुल अलग थे। उनके सामने जो भी मुसीबत आई, उन्होंने उसे मेहनत रूपी सुगंध में बदल दिया।” रीमा चुपचाप सुन रही थी। “तुम अपने जीवन को कैसे बनाना चाहोगी यह तुम पर ही निर्भर करता है। जीवन में परिस्थितियों के कारण बदलाव तो आते ही हैं उन्हें स्वीकार करते हुए आगे बढ़ना ही जीवन है। परिवर्तन जीवन का नियम है। दुख के बाद सुख का आना निश्चित है। हमें स्वयं को परिस्थितयों के अनुकूल ढालना पड़ेगा, परिस्थितियाँ हमारे अनुसार नहीं बदलेंगी। हर परिस्थिति को स्वीकार कर उसमें खुश रहने का प्रयास ही जीवन में सुख लाता है। तुम्हें ही तय करना है कि विषम स्थिति में तुम आलू की तरह नरम हो जाओगी, अंडे की तरह सख्त बनोगी या कॉफी के दाने की तरह अपनी खुश्बू बिखेरोगी।”
रीमा अपनी माँ की बात समझ चुकी थी। उसके चेहरे पर नई चमक थी। उसने अपनी माँ से वादा किया कि वह भी अपने जीवन में आए बदलाव को स्वीकार करते हुए चुनौतियों का सामना करेगी और हार नहीं मानेगी।
- रीमा की उदासी का क्या कारण थी? उसमें क्या बदलाव आ गया था? [2]
- माँ ने उसे किन चीजों का उदाहरण दिया? उबलने के बाद उनमें क्या परिवर्तन आया? [2]
- माँ ने तीनों चीजों की प्रतिक्रिया को किस प्रकार समझाया? [2]
- ‘प्रतिकूल’ का विलोम गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए। [1]
- कहानी में निहित संदेश को अपने शब्दों में लिखिए। (मूल्यपरक) [2]
प्रश्न: 2. निम्नलिखित पद्यांश को पढकर प्रश्नों के उत्तर दीजिए- [6]
देखकर बाधा विविध, बहु विध्न घबराते नहीं।
रह भरोसे भाग्य के दुख भोग पछताते नहीं। ।
काम कितना ही कठिन, किंतु उकताते नहीं
भीड़ में जो चंचल बने, जो वीर दिखलाते नहीं। ।
हो गए इक आने में उनके बुरे दिन भी भले।
सब जगह काल में वे ही मिले फूले-फले। ।
काम को आरंभ करके यों नहीं, जो छोड़ते।
काम को आरंभ कर नहीं, जो भूलकर मुँह मोड़ते। ।
- कर्मवीरों की दो विशेशताएँ लिखिए? [2]
- ‘निध्न’ शब्द का पर्यायवाची लिखिए। [1]
- किसी काम को आरंभ करके वीर क्या करते हैं? [1]
- ‘काम’ का तत्सम शब्द लिखिए। [1]
- पद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक क्या होगा? [1]
(1). कर्मवीर
(2). भाग्य
(3). विध्न
खंड – ख (व्याकरण) [20 अंक]
प्रश्न: 3. दिए गए शब्दों के उचित विलोम लिखिए: [2]
गुप्त, कीर्ति
प्रश्न: 4. ‘पत्थर’ तथा ‘रात’ शब्द का एक-एक पर्यायवाची शब्द लिखें। [2]
प्रश्न: 5. वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिए: [2]
(क) आँखों के सामने (ख) पूजा के योग्य
प्रश्न: 6. दिए गए शब्दों का संधि-विच्छेद कीजिए। [2]
महोत्सव, विद्यालय
प्रश्न: 7. रिक्त स्थानों को दिए गए शब्द का तत्सम रूप लिखकर पूरी कीजिए। [2]
(क) राजा ने ……………… में अपना खोया हुआ पुत्र देखा। (सपना)
(ख) अधिक थकान के कारण किसान जमीन पर ही गहरी ……………. में सो गया। (नींद)
प्रश्न: 8. रचना के आधार पर निर्देशानुसार वाक्य बदलकर लिखिए। [2]
(क) सुषमा आकर चली गई। (संयुक्त)
(ख) संकट आने पर घबराना उचित नहीं। (मिश्रित)
प्रश्न: 9. अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए। [2]
(क) वह गुनगुने गर्म पानी से स्नान करता है।
(ख) तुम तुम्हारे घर जाओ।
प्रश्न: 10. दिए गए वाक्यों में उचित विराम-चिन्ह लगाकर वाक्य पुनः लिखिए। [2]
(क) अरे तुम जा रहे हो
(ख) नहीं ये मेरा सामान नहीं है
प्रश्न: 11. रिक्त स्थानों को उचित मुहावरों अथवा लोकोक्तियों द्वारा पूरा कीजिए। [4]
(क) माँ ने उसे कितना समझाया कि वह सभी गलत काम छोड़ दे पर उसके ………………. ।
(ख) स्वयं सफलता पाने के लिए कुछ लोग दूसरों के मार्ग में ……………….।
(ग) चोरों ने पूरी रात बहुत मेहनत करके खजाने की लालच में पूरा खेत खोद डाला पर उन्हें केवल तांबे के सिक्के ही मिले। इसे कहते हैं, ……………..।
(घ) रोहन ने बड़ी मुश्किल से पैसे जमा करके अपने गुजारे के लिए छोटी सी दुकान खरीदी थी, पर कुछ ही दिनों में उसका सामना चोरी हो गया। इसे कहते हैं ………………..।
खंड – ग (पाठ्य पुस्तक) [25]
प्रश्न: पद्यांश के आधार पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
पायो जी मैने राम रतन धन पायो।
वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु, किरपा कर अपनायो।
जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सभी खोवायो।
खरच न खूटै चोर न लूटै, दिन, दिन बढत सवायो। ।
सत की नाँव खेवटिया सतगुरु, भवसागर तर आयो।
मीरा के प्रभु गिरीधर नागर, हरख-हरख जस गायो। ।
- प्रस्तुत पद किसके द्वारा रचित है ? [1]
- मीरा को कौन-सा अनमोल धन की प्राप्ति का रास्ता किसने दिखाया ? [1]
- मीरा को अनमोल धन की प्राप्ति का रास्ता किसने दिखाया ? [1]
- मीरा के अनमोल धन की क्या विशेशताएँ हैं ? [2]
प्रश्न: 13. निम्निलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए। [1×5 = 5]
- बोधराज लेखक के घर क्यों आने लगा?
- भारत में लड़कियों की शिक्षा की दृष्टि से सन् 1848 का क्या महत्त्व है?
- पुल बनवाने की वास्तविक योजना किसकी थी?
- अब्बू खाँ को क्या गलतफहमी थी?
- जानकी पुल का निर्माण कहाँ होने वाला था?
प्रश्न: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 20-25 शब्दों में लिखिए। [2×3 = 6]
- उस समय लड़कियों और पिछड़े वर्ग को शिक्षा से वंचित क्यों रखा जाता था?
- किस घटना ने बोधराज में परिवर्तन ला दिया और किस प्रकार?
- भेड़िये को सामने देखकर चाँदनी ने क्या सोचा? उसने अपना विचार क्यों बदल लिया?