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अनुशासन के महत्व पर सखी को पत्र

CBSE Board exam

एन – 54ए, रोहतक रोड, नई दिल्ली। दिनांक – 8.7.2018 प्रिय सखी मोनिका, नमस्ते। तुम्हारा पत्र मिला जिसमें तुमने लिखा है कि व्यक्ति अनुशासन में ही उन्नति कर सकता है। मैं तुम्हारे इस कथन से पूर्णतया सहमत हूँ। हे सखी, जीवन में उन्नति का मूल आधार अनुशासन ही है। अनुशासित …

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अराजक तत्वों से सुरक्षा हेतु थानाध्यक्ष को हिंदी में पत्र

The Police And The Courts

सेवा में, थानाध्यक्ष, लारेंस रोड, दिल्ली। महोदय, क्षेत्रीय नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी आप पर है। इसके लिए आपका पुलिस विभाग नागरिकों की सहायता करता रहा है। पिछले कुछ महीनों से अराजक तत्वों की गतिविधियाँ रुक-रुककर हो रही हैं। पिछले कुछ दिनों से उनकी गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। एक …

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एक नहीं दो दो मात्राएँ, नर से बढ़कर नारी: हिंदी निबंध

Reaching the Age of Adolescence

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की इन पंक्तियों में कवि ने व्याकरण की दृष्टि से नारी को नर की तुलना में अधिक बड़ा बताया है। नर शब्द में दोनों अक्षरों ‘न’ तथा ‘र’ में एक-एक मात्रा है जबकि नारी शब्द के न तथा र दोनों में दीर्घ मात्राएँ हैं। ह्रस्व छोटी मात्रा …

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नारी का आभूषण सौन्दर्य नहीं, सौम्य गुण है: हिंदी निबंध

Sarees of Kanchipuram

मनुष्य स्वभाव से सौन्दर्य-प्रेमी होता है। पुरुष और नारी दोनों चाहते हैं कि उनका रूप-रंग, व्यक्तित्व दूसरों को मोहने वाला हो, उनके सम्पर्क में आनेवाले उनके प्रति आकर्षण अनुभव करें। अपनी इस इच्छा की पूर्ति के लिए जिन उपायों का आश्रय लेते हैं उनमें एक है साज-सज्जा, श्रृंगार और अलंकरण। …

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