Friday , November 22 2024

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व्यायाम पर निबंध विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

Exercise

महाकवि कालिदास की उक्ति है – ‘शरीरामाध्यं खलु धर्म साधऐत्‘ अर्थात् स्वस्थ्य शरीर रहने पर ही प्रत्येक धर्म, प्रत्येक कर्तव्य पूरा किया जा सकता है। यदि शरीर स्वस्थ् नहीं है तो मन भी स्वस्थ नहीं रह पाता ‘Sound mind in healthy body‘, आर्यसमाज के प्रचारक अपने प्रवचनों में प्रायः कहते …

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बाल मजदूरी / बाल श्रम पर विद्यार्थियों और बच्चों के हिंदी भाषण

Pastoralists in the Modern World

भाषण देना, समूह चर्चा आदि छात्र के स्कूली जीवन की कुछ महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं क्योंकि इस तरह की गतिविधियाँ, उनके लोगों के सामने अपने विचारों को रखने के डर को खत्म करने के द्वारा उनमें नेतृत्वकारी गुणों को विकसित करने में मदद करती हैं। आज-कल, विद्यार्थियों के लिए बढ़ती हुई …

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