Question: Describe in your own words one painting from this chapter which suggests that the British were more powerful than Indians. How does the artist depict this? Answer: The painting which depicts the discovery of the body of Tipu Sultan shows the British as more powerful than Indians. In this painting, …
Read More »NCERT 8th Class (CBSE) Social Science: Craft And Industries – Quiz
NCERT 8th Class (CBSE) Social Science: Craft And Industries – Quiz 5 Multiple Choice Questions related to NCERT 8th Class (CBSE) Social Science: Craft And Industries – Quiz: Their fine quality and beautiful craftsmanship made them renowned all over the world. Printed Indian cotton textiles were popular in England for …
Read More »NCERT 8th Class (CBSE) Social Science: Life In The Rural Areas – Quiz
NCERT 8th Class (CBSE) Social Science: Life In The Rural Areas – Quiz 9 Multiple Choice Questions related to NCERT 8th Class (CBSE) Social Science: Life In The Rural Areas – Quiz: Bengal artisans were deserting villages because they were being pressurized to sell their goods to the Company at …
Read More »NCERT 8th Class (CBSE) Science: Coal and Petroleum
Question: Classify various materials we use in our lives. Answer: All the materials we use can be broadly classified into two groups: Natural Resources: Natural resources are those resources which are present in our nature, gifted by God. They can be freely used. Soil, air, sunlight, water, etc., are some natural …
Read More »अनुशासन पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
अनुशासन का शाब्दिक अर्थ है – ‘शासन के पीछे चलना‘। अपने पथ-प्रदर्शक जैसे जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, सुभाष चन्द्र बोस, महात्मा गाँधी आदि की तरह उनके आदेशों के नियन्त्रण में रहकर नियमबद्ध जीवन व्यतीत करना अनुशासन कहलाता है। अनुशासन का प्रथम केन्द्र उसके माता-पिता हैं जहाँ बालक …
Read More »विज्ञापन युग पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
आज का युग विज्ञापन का युग है। जब से उपभोक्ता संस्कृति का प्रचार और प्रसार हुआ है तब से विज्ञापनों की भरमार सी आ गई है। आज प्रतियोगिता का समय है। बाजार में अत्याधिक संकुचन है। इसलिए प्रत्येक उत्पादक कम से कम दाम लगाकर अधिक से अधिक लाभ अर्जित करना चाहता …
Read More »करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान कहावत पर निबंध
करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान। रसरी आवत-जात के, सिल पर परत निशान।। जिस प्रकार बार-बार रस्सी के आने जाने से कठोर पत्थर पर भी निशान पड़ जाते हैं, उसी प्रकार बार-बार अभ्यास करने पर मूर्ख व्यक्ति भी एक दिन कुशलता प्राप्त कर लेता है। सारांश यह है कि निरन्तर अभ्यास …
Read More »गुलाब के फूल की आत्मकथा पर हिंदी निबंध
मैं उद्यान में खिलने वाला एक पुष्प हूँ। सभी लोग मेरे रूप और रंग से परिचित हैं। मैं फूलों का राजा गुलाब हूँ। मेरा जन्म इसी उद्यान में हुआ। दो दिन पहले में इन कंटीली और कोमल डालियों पर अपने और अन्य भाई-बहनों की तरह झूल रहा था। कली के रूप में अपने …
Read More »पुस्तक की आत्मकथा पर हिंदी में निबंध
मैं पुस्तक हूँ। जिस रूप में आपको आज दिखाई देती हूं प्राचीन काल में मेरा यह स्वरूप नही था। गुरु शिष्य को मौखिक ज्ञान देते थे। उस समय तक कागज का आविष्कार ही नहीं हुआ था। शिष्य सुनकर ज्ञान ग्रहण करते थे। धीरे-धीरे इस कार्य में कठिनाई उत्पन्न होने लगी। ज्ञान को सुरक्षित …
Read More »छतरी की आत्मकथा पर हिंदी में निबंध
मैं हूँ छतरी। बरसात प्रारम्भ होते ही मनुष्यों की सबसे अधिक आवश्कता मेरी ही होती है। मेरा प्रयोग सारे संसार में समान रूप से जाता है। भारत में मेरा प्रचलन उन्नीसवीं सदी के अंत में हुआ था। आजकल मेरा रूप फोल्डिंग छतरी के रूप में भी देखा जा सकता है। मैं एक छोटा …
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