भारत की राजधानी दिल्ली का इतिहास बहुत पुराना है। प्राचीन समय से लेकर आज तक इसका रूप, रंग तथा नाम बदलता रहा है। यहीं पर कौरबों और पाण्डवों का युद्ध हुआ, श्री कृष्ण ने पांचजन्य शंख का उद्घोष किया। यहीं महाराजा युधिष्ठिर ने राजसूय यज्ञ किया और इसका नाम ‘इन्द्रप्रस्थ’ रखा। …
Read More »नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पर हिंदी निबंध
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस निबंध [500+ Words] देश को स्वतंत्र करने में जिन महान नेताओं ने विशेष योगदान दिया, उनमें सुभाषचन्द्र बोस का नाम चिर स्मरणीय है। सुभाषचन्द्र बोस के इस नारे से उत्साहित होकर, “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा” हजारों देशवासी स्वतन्त्रता संघर्ष में कूद पड़े …
Read More »अनुशासन पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
अनुशासन का शाब्दिक अर्थ है – ‘शासन के पीछे चलना‘। अपने पथ-प्रदर्शक जैसे जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, लाल बहादुर शास्त्री, सुभाष चन्द्र बोस, महात्मा गाँधी आदि की तरह उनके आदेशों के नियन्त्रण में रहकर नियमबद्ध जीवन व्यतीत करना अनुशासन कहलाता है। अनुशासन का प्रथम केन्द्र उसके माता-पिता हैं जहाँ बालक …
Read More »विज्ञापन युग पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
आज का युग विज्ञापन का युग है। जब से उपभोक्ता संस्कृति का प्रचार और प्रसार हुआ है तब से विज्ञापनों की भरमार सी आ गई है। आज प्रतियोगिता का समय है। बाजार में अत्याधिक संकुचन है। इसलिए प्रत्येक उत्पादक कम से कम दाम लगाकर अधिक से अधिक लाभ अर्जित करना चाहता …
Read More »करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान कहावत पर निबंध
करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान। रसरी आवत-जात के, सिल पर परत निशान।। जिस प्रकार बार-बार रस्सी के आने जाने से कठोर पत्थर पर भी निशान पड़ जाते हैं, उसी प्रकार बार-बार अभ्यास करने पर मूर्ख व्यक्ति भी एक दिन कुशलता प्राप्त कर लेता है। सारांश यह है कि निरन्तर अभ्यास …
Read More »गुलाब के फूल की आत्मकथा पर हिंदी निबंध
मैं उद्यान में खिलने वाला एक पुष्प हूँ। सभी लोग मेरे रूप और रंग से परिचित हैं। मैं फूलों का राजा गुलाब हूँ। मेरा जन्म इसी उद्यान में हुआ। दो दिन पहले में इन कंटीली और कोमल डालियों पर अपने और अन्य भाई-बहनों की तरह झूल रहा था। कली के रूप में अपने …
Read More »पुस्तक की आत्मकथा पर हिंदी में निबंध
मैं पुस्तक हूँ। जिस रूप में आपको आज दिखाई देती हूं प्राचीन काल में मेरा यह स्वरूप नही था। गुरु शिष्य को मौखिक ज्ञान देते थे। उस समय तक कागज का आविष्कार ही नहीं हुआ था। शिष्य सुनकर ज्ञान ग्रहण करते थे। धीरे-धीरे इस कार्य में कठिनाई उत्पन्न होने लगी। ज्ञान को सुरक्षित …
Read More »छतरी की आत्मकथा पर हिंदी में निबंध
मैं हूँ छतरी। बरसात प्रारम्भ होते ही मनुष्यों की सबसे अधिक आवश्कता मेरी ही होती है। मेरा प्रयोग सारे संसार में समान रूप से जाता है। भारत में मेरा प्रचलन उन्नीसवीं सदी के अंत में हुआ था। आजकल मेरा रूप फोल्डिंग छतरी के रूप में भी देखा जा सकता है। मैं एक छोटा …
Read More »भारत-अरब देश और इजराइल सम्बन्ध पर विद्यार्थियों के लिए निबन्ध
स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत की नीति सभी देशों के साथ मैत्री, शान्ति, भाईचारा और परस्पर सहयोग की रही है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू देश के विदेश मंत्री भी थे और उन्होंने भारत के लिए जो विदेश – नीति निर्धारित की उसका आधार था दूसरे …
Read More »रेडियो पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
मनुष्य सदा से अपना मनोरंजन करता आया है। मन की शान्ति के लिए वह नई-नई खोज करता गया। नए-नए आविष्कार करने में वैज्ञानिकों को होड़ लग गई। मानव ने प्रकृति को अपने हाथ का खिलौना बना लिया। आज घर में बिजली से बनी प्रत्येक वस्तु वैज्ञानिक आविष्कार का चमत्कार है। रेडियो …
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