दूध पालन-पोषण करने वाला पदार्थ है। यह बच्चों, बूढ़ों और स्त्रियों के स्वास्थ्य के लिए लाभकर है। एक गिलास दूध से हमारे शरीर को प्रोटीन और खनिज मिलता है। योगाभ्यास करने वालों को भी प्रतिदिन एक गिलास दूध लेना चाहिए। दूध पीने से शरीर की लम्बाई और शक्ति बढ़ती है। छोटे बच्चें को दूध प्रतिदिन देना चाहिए क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए हितकर तो है ही साथ ही हड्डियों को भी मजबूत बनाता है। शरीर के अन्दर के कीटाणुओं से लड़ने की क्षमता देता है। मुख को कान्तिमय बनाता है।
दूध का हम विभिन्न प्रकार से प्रयोग करते हैं। दूध को चावलों में डालकर खीर बनाते हैं। दूध को नींबू से फाड़कर पनीर बनाते हैं, जिसकी सब्जी बनाई जाती है। दूध की आइसक्रीम बनती है, जिसे बच्चे और बड़े सभी चाव से खाते हैं। दूध से मेंगो शेक, कुल्फी, गाजर का हलुआ आदि बनाया जाता है। दूध में खट्टा लगाकर दही जमाया जाता है। जिससे तरह-तरह से रायते जैसे – लौकी का रायता, खीरे का रायता और बूंदी का रायता बनता है। भल्लों में दही मिलाकर दही-भल्ले बाजारों में बिकते हैं जिसे औरतें विशेष चाव से खाती हैं। दही की लस्सी और मट्ठा भी बनता है। दूध से दही, दही से लस्सी ज्यादा फायदा करती है।
आधुनिक समय में दूध प्लास्टिक की थैलियों में मिलता है। विाभिन्न डेरियों की दूध की थैलियां आजकल बाजार में मिलती हैं। जैसे – नानक दूध, पारस दूध, पराग दूध, मदर डेरी का दूध और दिल्ली दुग्ध योजना का दूध। इससे पहले दूध कांच की शीशियों में मिलता था। विभिन्न डेरियाँ दूध को इकट्ठा करके उन्हें भिन्न-भित्र जगहों पर भेजती है। वहाँ लोहे के टैंक में दूध को इकट्ठा करके जनता में वितरित किया जाता है।
दूध को सदैव गर्म करके पीना चाहिए, इससे दूध के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं कुछ लोग दूध कच्चा भी पी जाते हैं। बकरी का दूध जल्दी पचता है इसलिए महात्मा गांधी बकरी का दूध पीते थे। माँ का दूध छोटे बच्चों की आखों के लिए हितकर होता है।
दूध को गर्म करके उसे कुछ देर ठण्डा होने के लिए रख दिया जाए तो उसमें मलाई जम जाती है। लोग उसे रोटी या डबल रोटी पर लगाकर खाते हैं।
डाक्टर का कहना है कि रात को सोने से पूर्व हमेशा दूध पीना चाहिए इससे कब्ज की शिकायत नहीं रहती। कच्चे दूध और दही से बालों को धोने पर बालों की जड़े मजबूत होती हैं। बाल लम्बे तथा चमकदार होते हैं और सिर में खुश्की भी नहीं रहती।
दूध पाउडर के रूप में भी उपलब्ध होता है जिससे वह अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। यात्रा में यह दूध बहुत सहायक होता है। गिरने का भी भय नहीं रहता।
यह पेय पदार्थ सस्ता है। जिसे सभी व्यक्ति दूध खरीद सकते हैं। गरीब व्यक्ति काजू, बादाम, किशमिश नहीं खरीद सकता लेकिन दूध अवश्य खरीद सकता है। जो उसके शरीर की आवश्कताओं को पूरा करता है। अत: अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार अपने भोजन में दूध की व्यवस्था करनी चाहिए।