पिछले कुछ वर्षों में कम्प्यूटर का विकास बड़ी तीव्र गति से हुआ है और हो रहा है। कम्प्यूटर मानव के निर्देशानुसार ही कार्य करता है।
टाइप-राइटर कुंजिका (key) ए समान ही कम्प्यूटर में विद्युत-कुंजिकाएँ (electronic key) इन पर अंग्रेजी वर्णमाला के 26 अक्षर, अंक (1 से 10), पूर्ण विराम, अल्प विराम, कोष्ठक, जमा, घटा,गुणा, भाग आदि के संकेत चित्रित होते हैं। इन कुंजिकाओं की सहायता से कम्प्यूटर को आदेश दिया जाता है। जो कम्प्यूटर पर लिखते गए सभी आँकड़े फ्लॉपीमें इकट्ठे होते हैं और बाद में फ्लॉपी के प्रयोग के दौरान एक-एक करके सामने आते हैं। इन आँकड़ो और उनसे प्राप्त परिणामों को मशीन एक विद्युत चालित यांत्रिक प्रिंटर की सहायता से प्राप्त किया है।
हमारे दैनिक जीवन में भी इसका उपयोग बढ़ा है। कम्प्यूटर के द्वारा जीवन साथी का चुनाव किया जाता है। अनेक युवक और युवतियों के स्वभव रूचि और आयु, जाती, नौकरी, वेतन आदि का लेखा जोखा कम्प्यूटर में रखा जाता है और इसी आधार पर वर-वधू के जोड़े बनते हैं।
कम्प्यूटर के द्वारा अपराधिक मामलों की जाँच की जाती है। छात्रों की परीक्षा परिणाम और बड़े-बड़े पोस्टर तैयार किए जाते हैं। बड़े-बड़े महानगरों में इसकी सहायता से जुआ भी खेला जाता है। छोटे बच्चे इसे अधिक आकृष्ट होकर इसकी ओर भागते हैं। विविध विषयों के पाठ्य कार्यक्रम इसकी सहायता से तैयार होते हैं। रेलगाड़ियों और हवाई जहाजों में भी आरक्षण कम्प्यूटर की सहायता से होता है।
परिवार में सदस्यों की अनुपस्थिति में कम्प्यूटर फोन से प्राप्त संदेशों को प्राप्त कर लेता है और अपना संदेश फोन करने वाले तक पहुँचा देता है।
वर्तमान समय में बैंकों में भी कम्प्यूटर का प्रयोग बढ़ गया है। आज लगभग सभी शहरी बैंकों में कम्प्यूटर आ गए हैं। वहाँ प्रत्येक ग्राहक के खाते का पूर्ण विवरण होता है। बैंक में प्रतिदिन के लेन-देन का भी लेखा होता है। ग्राहक के द्वारा अपने खाते का विवरण माँगने पर कम्प्यूटर कुछ ही क्षणों में उसे स्क्रीन पर प्रदर्शित कर देता है।
भारत में शिक्षा के प्रचार-प्रसार में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है। कक्षा में अध्यापक के ज्ञान का सभी छात्र लाभ नहीं उठा पाते। ऐसी आशा की जाती है कि कम्प्यूटर की सहायता से कमजोर छात्र भी लाभ उठा अकेंगें।
फिल्म उद्योग भी कम्प्यूटर की सहायता से कार्टून फिल्म और फिल्मों के दृश्य तैयार करता है।
यतायात नियन्त्रण भी कम्प्यूटर कि सहायता से किया जाता है। इसके द्वारा आपातकालीन समाचारों का प्रसारण भी होता है। कृषि, मत्स्य, आदि कार्यों में भी यह महत्त्वपूर्ण हैं।
इस समय प्रचलित इंटरनेट सेवा के अन्तर्गत कम्प्यूटर आपस में टेलीफोन लाइनों के जरिए जुड़े हुए हैं, जिसमें महत्त्वपूर्ण संदेश कुछ ही क्षणों में एक जगह से दूसरी जगह पहुँच जाता है।
कम्प्यूटर के जहाँ इतने लाभ हैं वहाँ कुछ हानियाँ भी है। फ्लॉपी में वाइरस आ जाने पर डाटा नष्ट हो जाता है और मानव हाथ मलता रह जाता है। इंटरनेट सेवा के अन्तर्गत भेजे गए गुप्त संदेश और सूचनाएं बीच में ही चोरी हो जाते हैं।
कम्प्यूटर आज मानव के लिए अति आवश्यक और महत्त्वपूर्ण यंत्र हैं, जिसका उपयोग हमारी सुख-सुविधाओं के अनुरूप निरन्तर किया रहा है। भविष्य में इसका उपयोग बढने की और भी सम्भावना है।