संस्कृत साहित्य के अध्ययन से ज्ञात होता है कि जब संसार अज्ञान के अन्धकार में था, तब भारत में वेदों का उदय हो चुका था। विज्ञान, गणित, राजनीति, ज्योतिष, अर्थशास्त्र और आयुर्वेद आदि के उच्च कोटि के विद्वान भारत में ही हुए। भारत वेद, गीता, उपनिषद्, दर्शन आदि के माध्यम से आध्यात्मिक उपदेश देकर जगद् गुरू के रूप में सम्मानित हुआ।
चीन के पश्चात् भारत सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है। हिन्दू बहुल राष्ट्र होने पर भी यहाँ सर्व-धर्म समभाव है। हिन्दू , मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी आपस में प्रेम से रहते हैं। सभी को धार्मिक स्वतन्त्रता का अधिकार है। यहाँ पर अनेक प्रकार के जातियाँ होने के कारण यहाँ अनेक भाषाएं बोली जाती हैं। लेकिन राष्ट्रभाषा हिन्दी है। यहाँ अनेक प्रकार के रीति रिवाज और वेश-भूषा है। सत्य हरिश्चन्द्र, महाराज शिवि, पुरू, युधिष्ठिर जैसे सत्यवादियों ने इस धरती को पवित्र किया। चाणक्य जैसा राजनीतिज्ञ और विदुर जैसा नीतिवान् भी इसी भारत में हुए।
इस धरती पर जहाँ ज्ञान के पुजारी वाल्मीकि, शंकराचार्य, व्यास, सूर, तुलसी, नानक, कबीर पैदा हुए वहीं आजादी के दीवाने भगत सिंह, विवेकानन्द, सुभाषचन्द्र बोस, महात्मा गाँधी, जवाहर लाल नेहरू जैसे नेता भी हुए। राजा राम मोहन राय ने सती प्रथा को समाप्त कर विधवाओं को जीने का अधिकार दिया।
भारत में अयोध्या, काशी, कांची, मथुरा, उज्जैन जैसी मोक्षदायिनी पुरियाँ, गंगा, यमुना, सरस्वती जैसी पवित्र नदियाँ हैं, बर्फ की चोटियों से ढका हिमालय पर्वत, विश्व के सात आश्चर्यों में से एक आगरा का ताजमहल, लाल किला, अजन्ता एलोरा की गुफाएं, कुतुबमीनार, दस देश की स्थापत्य कला के सर्वोत्कृष्ट उदाहरण हैं। षड़ ऋतुओं वसन्त, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमन्त, शिशिर का संगम दो-दो महीने के अन्तराल पर आकर मानव को सुखी बनाता है। विश्व में सर्वाधिक वर्षा वाला प्रदेश-चेरापूंजी है, यहाँ वर्ष भर वर्षा होती है। प्राकृतिक शोभा के भण्डार कश्मीर, शिमला, मसूरी, माउण्ट आबू हैं, जो भारतीय और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। लोहा, कोयला, तांबा, गैस, यूरेनियम आदि प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। टी॰वी॰, रेडियो, मारुति कार, बस, ट्रक, रेलगाड़ी, हवाई जहाज, गोला-वारुद, मिसाइल आदि का निर्माण भारत स्वयं करने में सक्षम हैं।
भारत एशिया महाद्वीप में स्थित हैं। इसके उत्तर में हिमालय पर्वत दक्षिण में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर है। पाकिस्तान और बांग्लादेश इसके पड़ोसी राष्ट्र हैं। यहाँ की 80 प्रतिशत जनता गाँवों में निवास करती है।
श्री सम्पन्नता ने इसे ‘सोने की चिड़िया’ वाला देश बनाया जिससे आकृष्ट होकर विदेशी आक्रान्ता यहाँ आए और इसे लूटा। अंग्रेजों ने 200 वर्षों तक इसे गुलाम बनाये रखा। वहीं भारत आज विश्व राजनीति में अपना उच्च स्थान बनाए हुए है। चहुमुँखी प्रगति के कारण भारत आज एशिया में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।