Thursday , November 21 2024
Television

दूरदर्शन (टेलीविजन) लाभ-हानि पर निबंध

प्राचीन काल का मानव सीमित आश्यकताओं वाला था। मात्र रोटी, कपड़े और मकान से सन्तुष्ट हो जाता था। जैसे-जैसे उसका बौद्धिक स्तर उठता गया उसकी आवश्यकताएं भी दिन-प्रतिदिन बढ़ने लगीं। यही आवश्यकता आविष्कार की जननी है और दूरदर्शन मानव आवश्यकता का एक सर्वश्रेष्ठ आविष्कार है।

इंग्लैण्ड के बेयर्ड नामक वैज्ञानिक ने 1925 में इसका आविष्कार किया था। यह भारत में लगभग 1957 में आया। आश्चर्य है कि यह इतने कम समय में सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त हो गया और सम्पत्र घरों से लेकर झोपड़ों तक में पहुँच गया।

दूरदर्शन अर्थात् दूर के दर्शन कराने वाला। यह हमें सम्पूर्ण विश्व में घटित होने वाली घटनाओं की सचित्र जानकारी देता है। धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक इमारतों, खण्डहरों आदि पर छोटी-छोटी फिल्में बनाकर हम तक पहुँचाता है और उस समय के गौरवशाली इतिहास और अतीत को दोहराता है और बताता है कि दुश्मनों के अनेक प्रहार भी भारतीय संस्कृति को नष्ट नहीं कर पाये।

दूरदर्शन का आश्चर्यजनक चमत्कार तब हमारे सामने आता है, जब वह हमें टेलीविजन कैमरे की सहायता से समुद्र तल के अन्दर की जानकारी और चन्द्रमा की सतह से प्राप्त चित्रों को दिखाता है। पहली बार ऐसी अनोखी और ज्ञानवर्धक जानकारी हमें इसी के माध्यम से मिली।

दूरदर्शन ने पढ़ने के आसान तरीके बताकर अनपढ़ लोगों में भी ज्ञान की ज्योति जला दी है। स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए भी प्रतिदिन ज्ञान की सामग्री का प्रसारण करता है। ज्ञान से लेकर रसोईघर तक से सम्बन्धित कार्यक्रम दिखाता है। रामायण, महाभारत, चाणक्य, श्रीकृष्ण, टीपू सुल्तान, दि ग्रेट मराठा, महात्मा गाँधी जैसे सिरियल बनाकर उनको अहिन्दी भाषी राज्यों में प्रसारित किया है। जिससे राष्ट्र भाषा का प्रचार-प्रसार हुआ। इसके अतिरिक्त विदेशों से भी अच्छी-अच्छी अंग्रेजी, रुसी, जापानी भाषाऔं की फिल्में खरीदता है। उनको अपनी फिल्म और सीरियल बेचता है। रामायण और महाभारत सीरियल की प्रसिद्धि का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि जब यह सीरियल शुरू होता था तब आधे देश का काम रूक जाता था।

दूरदर्शन 26 जनवरी और 15 अगस्त कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करता है जिससे दर्शकों के समय और धन दोनों की बचत होती है। इसके अतिरिक्त कृषि, घरेलू चिकित्सा के उपचार, पशु जगत, गीत, संगीत, वैज्ञानिक आविष्कार, फिल्म, त्योहारों की जानकारी, बच्चों के कार्यक्रम, योगाभ्यास आदि सब कुछ दिखाता है।

दूरदर्शन नेताओं से सीधी बातचीत करवाता है। उन्हें दर्शको के सम्मुख प्रस्तुत करता है और उनसे अनेक प्रश्न पूछे जाते हैं। दोनों आमने-सामने अपने विचार प्रस्तुत करते हैं।

दूरदर्शन प्रात: दोपहर और रात को समाचार प्रस्तुत करता है। जिसमें भारत के अतिरिक्त अन्य देशों की महत्वपूर्ण जानकारी होती है। अन्त में मौसम की जानकारी होती है। यह हमारे लिए 24 घण्टे कार्यक्रम प्रस्तुत करता है। अकेले व्यक्ति के लिए दूरदर्शन सस्ता और मनोरंजक साधक है।

दूरदर्शन के जितने लाभ है उतनी ही हानियाँ हैं। बच्चे सारा दिन टी.वी. देखते हैं। उन्हें खेलने या घूमने का समय नहीं मिल पाता। समय पर होमवर्क नहीं करते। कक्षा में बैठकर उन्हें नींद आती है। बड़ों की बातें की अवहेलना और गुरू का निरादर करते हैं। फिल्मों को देखकर बुरी बातें जल्दी सीख लेते है और संवादों को दोहराते हैं। महत्वपूर्ण कार्य रद्द हो जाते हैं। घर का काम-काज रूक जाता है। टी॰वी॰ की मरम्मत का खर्चा आ जाए तो घर का बजट डावांडोल हो जाता है। दूरदर्शन को समीप से और लगातार देखने से आंखे कमजोर पड़ जाती हैं।

Check Also

दिवाली पर 10 लाइन: प्रकाश का पर्व दीपावली पर दस पंक्तियाँ

दिवाली पर 10 लाइन: प्रकाश का पर्व दीपावली पर दस पंक्तियाँ

दिवाली पर 10 लाइन: दीवाली या दीपावली, भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक …