GK Test [4]
February Month Quiz Index:
- GK Test [1]: 04-02-2024
- GK Test [2]: 11-02-2024
- GK Test [3]: 18-02-2024
- GK Test [4]: 25-02-2024
General Knowledge Test February Month: 25-02-2024
01. अकबर को जीवनी ‘आइना-ए- अकबरी’ के लेखक का नाम क्या है?
Answer 01.
आइना-ए-अकबरी अबुल फ़ज़ल द्वारा रचित ‘अकबरनामा’ का ही एक भाग है। अबुल फ़ज़ल मुग़ल बादशाह अकबर के दरबार का विद्वान् व्यक्ति था। उसकी यह महान् कृति भारत के परिचय के लिय महत्त्वपूर्ण है। इसे लेखक ने लगभग हिजरी 1006 (1597-98 ई.) में समाप्त किया। इसमें हर एक सूबे, ज़िले और परगनों तक के आंकड़े दिए हुए हैं। तत्कालीन अन्य इतिहास ग्रंथों से यह इसकी एक और विशेषता है।
“भारतीय साहित्य में ‘आइना-ए-अकबरी’ कोरा इतिहास ही नहीं है। इसमें अकबरी युग के जीवन समाज, राज्य व्यवस्था, संस्कृति आदि के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलती है। अबुल फ़जल की इस कृति के बल पर ही हम अकबरी युग के इतिहास और जनजीवन के बारे में इतनी अधिक बातें जानते हैं। बाद में भारत पर शासन करने वाले अंग्रेज़ों को अपने गजेटियर तैयार करने में अबुल फ़जल की इस कृति से बड़ी सहायता मिली।”
02. किस भारतीय गणितज्ञ के नाम पर भारत का पहला उपग्रह छोड़ा गया था?
Answer 02.
आर्यभट (Aryabhata, जन्म: 476 ई. – मृत्यु: 550 ई.) प्राचीन भारत के एक महान ज्योतिषविद् और गणितज्ञ थे। इन्होंने ‘आर्यभटीय’ ग्रंथ की रचना की जिसमें ज्योतिषशास्त्र के अनेक सिद्धांतों का प्रतिपादन है। प्राचीन काल के ज्योतिर्विदों में आर्यभट, वराहमिहिर, ब्रह्मगुप्त, आर्यभट द्वितीय, भास्कराचार्य, कमलाकर जैसे प्रसिद्ध विद्वानों का इस क्षेत्र में अमूल्य योगदान है। इन सभी में आर्यभट सर्वाधिक प्रख्यात हैं। वे गुप्त काल के प्रमुख ज्योतिर्विद थे। नालन्दा विश्वविद्यालय में उन्होंने शिक्षा प्राप्त की थी। 23 वर्ष की आयु में आर्यभट ने ‘आर्यभटीय ग्रंथ’ लिखा था। उनके इस ग्रंथ को चारों ओर से स्वीकृति मिली थी, जिससे प्रभावित होकर राजा बुद्धगुप्त ने आर्यभट को नालन्दा विश्वविद्यालय का प्रमुख बना दिया।
03. अंतरिक्ष की सकुशल यात्रा करने वाले पहले व्यक्ति कौन थे?
Answer 03.
यूरी गागरिन 12 अप्रैल, 1961 को अंतरिक्ष जाने वाले पहले शख़्स बने थे। यह अंतरिक्ष की लड़ाई में अमेरिका पर सोवियत संघ की जीत थी। उनकी सकुशल वापसी ने तो इस जीत को निर्विवाद बना दिया था।
इतिहास बनाने के लिए गागरिन ने अदम्य बहादुरी दिखाते हुए ख़तरनाक चुनौती स्वीकार की थी। उन्हें अंतरिक्ष में भेजा जा रहा था, जिसके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी थी। वे ऐसे यान से वहां जा रहे थे जिसमें किसी आपात स्थिति में बचाव की कोई व्यवस्था नहीं थी।