Thursday , November 21 2024
हिंदी

लिंग: Gender – Hindi Grammar for Students and Children

स्त्रीलिंग शब्द (Feminine)

अ – अँगड़ाई, अँतड़ी, अकड़, अक्ल, अदालत, अनबन, अप्सरा, अफवाह, अपेक्षा, अपील, अहिंसा, अरहर, अवस्था।

आ – आँच, आँत, आग, आजीविका, आज्ञा, आत्मा, आत्महत्या, आदत, आन, आपदा, आफत, आमद, आय, आयु, आराधना, आवाज,
आस्तीन, आह, आहट, आशिष, आँख।

इ, ई – इंच, इन्द्रिय, इच्छा, इजाजत, इज्जत, इमारत, इला, ईट, ईद, ईख, ईर्ष्या।

उ, ऊ – उड़ान, उथल-पुथल, उपासना, उपेक्षा, उमंग, उम्र, उर्दू (भाषा), उलझन, उषा, ऊब।

ए, ऐ – एकता, ऐंठ, ऐंठन, ऐनक।

ओ, औ – ओट, ओस, औलाद।

क – कक्षा, कटुता, कड़क, कतार, कथा, कदर, कन्या, कमर, कमाई, कमान, कमीज, करवट, करुणा, कसक, कसम, कसरत, कपास, कसौटी, कस्तूरी, काँगरेस, काश्त, करतूत, किस्मत, किशमिश, क़िस्त (ऋण चुकाने का भाग), कीमत, कील, कुंजी, कुटिया, कुशल (कुशलता), कुल्हाड़ी, कूक, कृपा, कैद, कोख, कोयल, क्रिया, क्रीड़ा, क्षमा।

ख – खटपट, खटास, खटिया, खड़क, खडांऊँ, खनक, खपत, खबर, खरीद, खींच, खरोंच, खाँड़, खाई, खाज, खाट, खातिर, खाद, खाल, खान (खनि), खिजाँ, खिदमत, खोच, खीझ, खीर, खील, खुदाई, खुरमा, खुशामद, खैरात, खोट, खोह।

ग – गंगा, गन्ध, गजल, गटपट, गठिया, गड़बड़, गणना, गति, गदा, गनीमत, गफलत, गरज, गर्दन, गरिमा, गर्द, गर्दिश, गाँठ, गाजर, गाज (बिजली), गागर, गाथा, गाद, गिटपिट, गिरफ्त, गिरह, गिलहरी, गीता, गीतिका, गुंजाइश, गुड़िया, गुड्डी, गुफा, गुरुता, गेरू, गुलेल, गूज, गैल, गैस, गोट, गोद, गोपिका, गौ।

घ – घटा, घटिका, घास, घिन, घुड़दौड़, घुड़साल, घूस, घृणा, घोषणा।

च – चमेली, चकई, चटक (चमक-दमक), चट्टान, चपत, चपला, चर्चा, चमक, चहक, चहल-पहल, चाँदी, चाँप, चाट, चादर, चारपाई, चाल, चाह, चाहत, चालढाल, चिकित्सा, चिट, चिमनी, चिलक, चिल्लाहट, चिढ, चिता, चिन्ता, चित्रकला, चिनक, चिनगारी, चिप्पी, चिलम, चील, चीख, चींटी, चीनी, चुटिया, चुड़ैल, चुनरी, चुनौती, चुहल, चुहिया, चूक, चें-चें, चेचक, चेतना, चेष्टा, चोंच, चोट, चौपड़, चौखट।

छ – छटा, छत, छमछम, छलाँग, छवि, छाँह, छाछ, छानबीन, छाप, छाया, छाल, छींक, छींट, छीछालेदर, छूट, छूत, छेनी, छुआछूत।

ज – जंग, जंजीर, जँभाई, जगह, जटा, जड़, जनता, जमात, जलवायु, जमानत, जमावट, जमीन, जलन, जय, जरा,
जरूरत, जाँच, जाँघ, जागीर, जान, जायदाद, जिज्ञासा, जिद, जिरह, जिल्द, जिल्लत, जिह्ना, जीत, जीभ, जूँ, जूठन, जेब,
जेवनार, जोंक, जोत, ज्वाला।

झ – झंकार, झंझट, झख, झिझक, झड़प, झनकार, झपक, झपट, झपास, झरझर, झकझक, झलमल, झाड़फूंक, झाड़ (झाड़ने की क्रिया), झाड़, झाँझ, झाँझर, झाँप, झाड़न, झाल (तितास), झालर, झिड़क, झील, झूम।

ट – टकसाल, टक्कर, टपक, टहल, टाँक, टाँग, टाँय-टाँय, टाप, टाल-मटोल, टिकिया, टिप-टिप, टिप्पणी, टीक, टीपटाप, टीमटाम, टीस, टूट, टेंट, टेंटे, टेक, टेर, टोह, टोक, ट्रेन।

ठ – ठण्डक, ठक-ठक, ठनक, ठमक, ठिठक, ठिलिया, ठूँठ, ठेक, ठोकर, ठेस।

ड – डग, डगर, डपट, डाक, डाट, डाँक, डाल, डींग, डीठ, डोर, डिबिया।

ढ – ढोलक।

त – तन्द्रा, तकरीर, तकदीर, तकरार, तड़क-भड़क, तड़प, तबीयत, तमत्रा, तरंग, तरकीब, तरफ, तरह, तरावट, तराश, तलब, तलवार,
तलाश, तशरीफ, तह, तहजीब, तहसील, तान, ताक-झाँक, ताकत, तादाद, ताकीद, तातील, तारीफ, तालीम, तासीर, तिजारत, तीज, तुक, तुला, तोंद, तोबा, तोप, तोल, तोशक, त्योरी, त्रिया।

थ – थकान, थकावट, थरथर, थलिया, थाप, थाह।

द – दक्षिण, दगा, दतवन, दमक, दरखास्त, दरगाह, दरार, दलदल, दस्तक, दहाड़, दारू, दहशत, दावत, दिनचर्या, दिव्या, दीक्षा, दीठ, दीद, दीमक, दीवार, दुआ, दुकान, दुविधा, दुत्कार, दुम, दूरबीन, दुनिया, दुर्दशा, दूर, दूब, देखभाल, देखरेख, देन, देह।

ध – धड़क, धड़कन, धरपकड़, धमक, धरा, धरोहर, धाक, धातु, धाय, धार, धारणा, धुन्ध, धुन, धूम, धूप (सूर्य-प्रकाश), धूपछाँह, धौंक, धौंस, ध्वजा।

न – नकल, नस (स्त्रायु), नकाव, नकेल, नजर, नहर, नजाकत, नजात, नफरत, नफासत, नसीहत, नब्ज, नमाज, नाँद, नाक, निगाह, निद्रा, निराशा, निशा, निष्ठा, नींद, नीयत, नुमाइश, नोक, नोकझोंक, नौबत, नालिश, नेत्री।

प – पंचायत, पंगत, पकड़, पखावज, पछाड़, पतवार, पटपट, पतझड़, पताका, पत्तल, पनाह, परख, पसन्द, परवाह, परत, परात, परिक्रमा, परिषद, परीक्षा, पलटन, पहचान, पहुँच, पायल, पिपासा, पिस्तौल, पुलिस, पुश्त, पुड़िया, पुकार, पूछताछ, पूँछ, पेंसिल, पेंशन, पोशाक, पैदावार, पौध, प्रकिया, प्रतिज्ञा, प्रतिभा, प्रतीक्षा, प्रभा।

फ – फजीहत, फटकार, फटकन, फतह, फरियाद, फसल, फिक्र, फुरसत, फुलिया, फुहार, फूंक, फूट, फीस, फौज।

ब – बन्दूक, बकवास, बयार, बगल, बचत, बदबू, बदौलत, बधाई, बनावट, बरात, बर्दाश्त, बर्फ, बला, बहार, बाँह, बातचीत, बाबत, बरसात, बुलाहट, बूँद, बूझ, बेर (दफा या बार), बैठक, बोतल, बोलचाल, बौखलाहट, बौछार।

भ – भगदड़, भड़क, भनक, भभक, भरमार, भभूत, भाँग, भाप, भार्या, भिक्षा, भीख, भीड़, भुजा, भूख, भेंट, भेड़, भैंस, भौंह।

म – मंजिल, मंशा, मचक, मचान, मजाल, मखमल, मटक, मणि, मसनद, ममता, मरम्मत, मर्यादा, मलमल, मशाल, मज्जा, मशीन, मस्जिद, महक, मसल, महफिल, महिमा, माँग, माता, मात्रा, माया, माप, माला, मिठास, मिर्च, मिलावट, मीनार, मुद्रा, मुराद, मुलाकात, मुसकान, मुसीबत, मुस्कराहट, मुहब्बत, मुहर, मूँग, मूँछ, मूर्खता, मेखला, मेहनत, मैना, मैल, मौज, मौत, मृत्यु।

य – यमुना, याचना, यादगार, यातना, यात्रा, यामा, योजना।

र – रक्षा, रचना, रात, राह, रेखा, रंगत, रकम, रंग, रगड़, रफ्तार, रस्म, राख, रामायण, राय, राहत, रियासत, रिमझिम, रीढ़, रुकावट, रूह, रेणु, रेत (बालू), रेल, रोक, रोकड़, रोर, रौनक, रोकटोक,रोटी।

ल – लौंग, लड़ाई, लता, ललकार, लात, लहर, लार, लालटेन, लंका, लकीर, लगन, लगाम, लटक, लताड़, लचर, लज्जा, लट, लपक, ललक, ललकार, लहर, लात, लाज, लालमिर्च, लाश, लीक, लोटपोट, लू।

व – वकालत, वायु, विद्या, विनय, वसीयत, विजय, विदाई, विधवा, व्यथा, विदुषी।

श – शंका, शक्कर, शराब, शान, शाम, शरण, शर्त, शतरंज, शक्ल, शराफत, शबनम, शान, शाखा, शिखा, शिकायत, श्रद्धा।

स – सरसों, संस्कृत, संस्था, सजावट, सड़क, समझ, सभ्यता, समस्या, सरकार, ससुराल, साँझ, साँस, सिगरेट, सीमा, सुधा, सुविधा, सुबह, सूझ, सेना, सैर, साजिश, सनक, सन्तान (औलाद), सम्पदा, संसद।

ह – हजामत, हड़ताल, हत्या, हवा, हलचल, हाय, हाट, हालत, हिंसा, हिचक, हिम्मत, हींग, हरकत, हड़प, हद, हकीकत, हिफाजत, हैसियत, हिम्मत।

पुलिंग शब्दों की सूची और उनका वाक्य-प्रयोग:

शब्द वाक्य शब्द वाक्य
प्राण उसके प्राण उड़ गये। घी घी महँगा है।
अपराध उनका अपराध क्षमा के योग्य है। अकाल राजस्थान में भीषण अकाल पड़ा है।
आईना आईना टूट गया। आयोजन पूजा का आयोजन हो रहा है।
अम्बार किताबों का अम्बार लगा हुआ है। आँसू उनके आँसू निकल पड़े।
इत्र यह गुलाब का इत्र है। ईंधन ईंधन जल गया।
कंबल कंबल मोटा है। कफन कफन छोटा है।
कवच यह लोहे का कवच है। कीचड़ कीचड़ सुख गया है।
कुआँ कुआँ गहरा है। कुहासा कुहासा छाया है।
गिरगिट गिरगिट रंग बदलता है। गुनाह उनका गुनाह क्या है ?
खलिहान यह राम का खलिहान है। घाव घाव पक गया है।
चाबुक उसका चाबुक गिर पड़ा। चुनाव चुनाव आ गया।
छप्पर वह फूस का छप्पर है। जहाज जहाज डूब गया।
जख्म जख्म हरा हो गया। जुलूस जुलूस लंबा है।
जेल यह पटना का जेल है। जौ जौ खाने में अच्छा नहीं लगता।
टिकट यह रेल का टिकट है। तकिया यह छोटू का तकिया है।
तीर हाथ से तीर छूट गया। तौलिया यह डी० सी० एम० का तौलिया है।
दंगा दंगा अच्छा नहीं होता है। दाग पान का दाग नहीं छूटता।
नकद आपके पास नकद कितना है ? नीड़ मेरा नीड़ उजड़ गया।
नीलाम जमीन को नीलाम होना है। पतंग पतंग उड़ रहा है।
पहिया पहिया टूट गया। फर्ज मेरे प्रति उनका क्या फर्ज है ?
बोझ बोझ हल्का है। भोर भोर हो गया।
मोती मोती चमक रहा है। मोम मोम पिघल रहा है।
रूमाल रूमाल फट गया। शोक उन्हें नाचने का शोक है।
सींग गाय को दो सींग होता है। हार यह हार महँगा है।
होश उनके होश उड़ गये। पानी पानी गंदा है।
दही दही खट्टा है। बचपन बचपन बड़ा सुंदर होता है।
घर घर सुंदर बना है। पर्वत पर्वत ऊँचा है।
उमंग यह अच्छी उमंग है। क्रोध क्रोध मनुष्य को अंधा बना देता है।
गीत वह गीत अच्छा है। वृक्ष वृक्ष सूख गया।

स्त्रीलिंग शब्दों की सूची और उनका वाक्य-प्रयोग:

शब्द वाक्य शब्द वाक्य
आदत मुझे पान खाने की आदत है। आय मेरी आय थोड़ी है।
आँख उनकी आँख बड़ी-बड़ी है। आग आग लग गयी।
इच्छा मेरी इच्छा घूमने की है। ईट ईट पकी नहीं है।
ईष्र्या दूसरे की संपत्ति से ईष्र्या नहीं करनी चाहिए। उम्र तुम्हारी उम्र लम्बी है।
ऊब नीरस बातों से ऊब होती है। कब्र कब्र खोदी गयी।
कमर मेरी तो कमर टूट गयी। कसम मुझे उनकी कसम है।
कलम कलम टूट गयी। खटिया उसने मेरी खटिया खड़ी कर दी।
खोज खोये हुए बच्चे की खोज जारी है। खबर उनकी मृत्यु की खबर गलत निकली।
गर्दन मेरी गर्दन फँसी है। घूस घूस बुरी चीज है।
घात बिल्ली चूहे की घात में है। चमक उनके चेहरे की चमक गायब हो गयी।
चिढ राम की चिढ महँगी पड़ी। चाल घोड़े की चाल अच्छी है।
चील आकाश में चील उड़ रही है। छत छत टूट गयी।
जाँच जाँच हो रही है। जीभ जीभ कट गयी।
जूँ मेरे बाल में जूँ रेंगती है। झंझट झंझट किसी से नहीं करनी चाहिए।
टाँग मेरी टाँग टूट गयी। ठेस ठेस लग गयी।
किताब किताब पुरानी है। तबीयत उसकी तबीयत ठीक नहीं है।
थकावट बिस्तर पर जाते ही थकावट दूर हो गयी। दीवार दीवार गिर गयी।
देह उनकी देह मोटी है। धूप धूप निकल आयी है।
नकल मेरी नकल मत करो। नहर नहर गाँव से होकर जाती है।
नब्ज मैं उसकी नब्ज पहचानता हूँ। प्रतिज्ञा मेरी प्रतिज्ञा अटल है।
फटकार उसने फटकार लगायी। बंदूक यह किसकी बंदूक है ?
बर्फ बर्फ गिर रही है। बालू बालू पीली है।
बूँद पानी की बूँदे गिरी है। भीख भीख देनी चाहिए।
भीड़ वहाँ भीड़ लगी थी। भूख मुझे भूख लगी है।
मूँछ उनकी मूँछे नुकीली हैं। यात्रा यात्रा अच्छी रही।
लाश लाश सड़ गयी। लीक यह लीक कैसी है।
लू लू चल रही है। शराब शराब महँगी है।
विजय उसकी विजय हुई। सजा उसको सजा हो गयी है।
सड़क सड़क चौड़ी है। साँझ साँझ घिर आयी है।

Check Also

Hindi Grammar

उपसर्ग: Prefix – Hindi Grammar for Students and Children

उपसर्ग – प्रत्यय शब्द दो प्रकार के होते है – मूल और व्युतपन्न यानी बनाए …