School Name: | N. K. Bagrodia Public School, Sector 9, Rohini, New Delhi 110085 India |
Class: | 10th Standard (CBSE) |
Subject: | हिन्दी |
Time Duration: | 03 Hours |
Maximum Marks: | 80 |
Date: | ~ September 2023 |
निर्देश:
- प्रस्तुत प्रश्न पत्र में दो खंड हैं – ‘अ’ और ‘ब’
- खंड ‘अ’ में वस्तुपरक प्रश्न (10 प्रश्न) पूछे जाएँगे और खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न (8 प्रश्न) पूछे जाएँगे।
- सभी प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दें।
Question: 01 निम्नलिखित गदयांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प का चयन करके दीजिए।
मुंशी प्रेमचंद का जीवन अनुशासित था। वे सवेरे ही उठ जाते थे और नित्यकर्म से निवृत होकर एक घंटा घूमने जाते थे। वे अक्सर स्कूल के अहाते में ही घूम लेते थे। लौटकर वे घर के ज़रूरी काम निपटाते थे। वे अधिकांश काम स्वयं करते थे। नौकर से अधिक काम लेना उन्हें पसंद न था। अपना बिस्तर स्वयं उठाते, अपनी धोती स्वयं धोते। वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे। उन्हें वर समय सदा याद रहता था कि कभी वे स्वयं पाँच रुपए के नौकर थे। उनका मानना था कि जिस आदमी के हाथ में काम करने से गाँठे न पड़ीं हों, उसे खाना खाने का अधिकार नहीं है। उन्हें काम करने में रत्तीभर भी शर्म महसूस नहीं होती थी। वे बकरी के सामने पत्ती तोड़कर डाल देते थे और गाय की सानी भी कर देते थे। कमरे-बरामदे में झाड़ू लगा देना, पत्नी के बीमार होने पर चूल्हा जला देना, बच्चों को तैयार कर दूध पिला देना आदि काम वे प्रायः कर लेते थे स्वयं हल्का-सा नाश्ता करके लिखने बैठ जाते थे। लिखने के लिए उन्हें प्रातःकाल पसंद था। स्कूल का समय होने तक वे लिखते रहते, फिर कपड़े बदलकर ठीक समय पर स्कूलत्र जा पहुँचते। वे समय के बहुत पाबंद थे। वे छात्रों के सामने अच्छा उदाहरण रखना चाहते थे। समय बर्बाद करना वे बहुत बड़ा गुनाह मानते थे। उनका विचार था कि समय की पाबंदी के बिना कोई जाति तरक्की नहीं कर सकती।
(i) प्रेमचंद को नौकर से काम लेना अधिक पसंद नहीं था –
क) क्योंकि नौकर अधिक पैसे लेता था
ख) क्योंकि वे अपना काम स्वयं करना पसंद करते थे
ग) क्योंकि वे अत्यंत गरीब थे
घ) क्योंकि वे समय के पाबंद थे
(ii) प्रेमचंद द्वारा अपना काम स्वयं करना किस बात का द्योतक है?
क) वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे।
ख) वे किसी का एहसान नहीं लेना चाहते थे।
ग) वे किसी से काम करवाने में शर्म महसूस करते थे।
घ) वेअत्यंत स्वाभिमानी थे।
(iii) गद्यांश के माध्यम से प्रेमचंद के व्यक्तित्व की किस विशेषता पर प्रकाश डाला गया है?
क) आत्मनिर्भरता
ख) समय का पाबंद
ग) मेहनती
घ) उपर्युक्त सभी
(iv) प्रेमचंद सबसे बड़ा गुनाह किसे मानते थे?
क) घर के काम करना
ख) समय को नष्ट करना
ग) किसी के सामने झुकना
घ) नौकर से काम लेना
(v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए –
कथन (A) मुंशी प्रेमचंद को नौकरों से अधिक काम लेना पसंद नहीं था।
कारण (R) उन्हें हर समय याद रहता था कि वे स्वयं भी कभी नौकर थे।
क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
ख) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं-तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) कथन (A) की ग़लत व्याख्या करता है।
घ) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
Question: 02 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए –
विद्वान लोग नम्रता को स्वतंत्रता की जननी मानते हैं। आत्मसंस्कार हेतु स्वतंत्रता आवश्यक है। मर्यदापूर्वक जीवन व्यतीत करने के लिए आत्मनिर्भरता आवश्यक है। आत्ममर्यादा हैतु आवश्यक है कि हम बड़ों से सम्मानपूर्वक तथा छोटों और बराबर वालों के साथ कोमलता का व्यवहार करें। युवाओं को याद रखना चाहिए कि उनका ज्ञान कम है। वे अपने लक्ष्य के पीछे हैं तथा उनकी आकांक्षाएँ उनकी योग्यताओं से अधिक हैं। सभी लोग युवाओं से कुशल आचरण और विनम्रता की उम्मीद करते हैं। नम्रता का अर्थ दूसरों का मुँह ताकना नहीं है। इससे तो प्रज्ञा मंद पड़ जाती है, संकल्प क्षीण होता है, विकास रुक जाता है तथा निर्णय क्षमता नहीं आती। मनुष्य को अपना भाग्यविधाता स्वयं होना चाहिए। हमेशा याद रखें, अपने फैसले तुम्हें स्वयं ही करनेहोंगे। विश्वासपात्र मित्र भी तुम्हारी ज़िम्मेदारी नहीं ले सकता। हमें अनुभवी लोगों के अनुभवों से लाभ उठाना चाहिए, लेकिन हमारे निर्णयों तथा विचारों से ही हमारी रक्षा व हमारा पतन होगा।
हमें नज़रें तो नीची रखनी हैं लेकिन सामने का रास्ता भी देखना है। हमारा व्यवहार कोमल तथा उच्च होना चाहिए। हमारी प्रवृत्ति ऐसी होनी चाहिए कि संक्रमण काल में भी हम स्वयं को साधारण रख पाएँ। वही मनुष्य कर्मक्षेत्र में श्रेष्ठ और उत्तम रहते हैं, जिनमें बुद्धि, चतुराई तथा दृढ़ निश्चय होता है।
(i) ‘अपना भाग्यविधाता’ से क्या तात्पर्य है?
क) स्वयं को विधाता मानना
ख) स्वयं अपना निर्णय लेना
ग) संकल्पवान होना
घ) भाग्य पर विश्वास करना
(ii) मनुष्य को अपना भाग्यविधाता क्यों होना चाहिए?
क) क्योंकि दूसरों के भरोसे रहकर मनुष्य का संकल्प क्षीण होता है।
ख) क्योंकि इससे निर्णय क्षमता का अभाव होता है।
ग) क्योंकि इससे विकास रुक जाता है।
घ) उपर्युक्त सभी
(iii) प्रस्तुत गद्यांश में मूलतः स्वतंत्रता की जननी किसे माना गया है ?
क) आत्मनिर्भता को.
ख) मर्यादा को
ग) नम्रता को
घ) आकांक्षा को
(iv) प्रस्तुत गद्यांश से हमें क्या संदेश मिलता है?
क) हमें अपने आचरण को विशिष्ट बनाने की आवश्यकता है।
ख) मनुष्य को आत्मनिर्भर बनना चाहिए।
ग) मनुष्य ही कर्मक्षेत्र में श्रेष्ठ और उत्तम होता है।
घ) स्वतंत्रता और नम्रता एक-दूसरे के पूरक हैं।
(v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए –
कथन (A) विनम्रता के बिना स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं होता।
कारण (R) मनुष्य में स्वतंत्रता का भाव आते ही अहंकार आ जाता है।
क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों ग़लत हैं।
ख) कथन (A) ग़लत है लेकिन कारण (R) सही है।
ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) कथन (A) की गलत व्याख्या करता है।
घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
Question: 03 निर्देशानुसार ‘पदबंध’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(i) “वह गेंद की तरह लुढ़ककर नीचे गिर पड़ा।” रेखांकित पदबंध का भेद है –
क) संज्ञा पदबंध
ख) सर्वनाम पदबंध
ग) क्रियाविशेषण पदबंध
घ) क्रिया पदबंध
(ii) उसके जैसा मस्तमौला व्यक्ति मिलना कठिन है। रेखांकित पदबंध का भेद है –
क) संज्ञा पदबंध
ख) सर्वनाम पदबंध
ग) विशेषण पदबंध
घ) क्रिया पदबंध
(iii) दादी ने टोपी की डंडे से खूब पिटाई की। रेखांकित पदबंध का भेद है –
क) क्रिया पदबंध
ख) संज्ञा पदबंध
ग) सर्वनाम पदबंध
घ) क्रियाविशेषण पदबंध
(iv) खेलकूद का कोई अवसर हाथ से न जाने देता। प्रस्तुत वाक्य में संज्ञा पदबंध है –
क) खेलकूद का कोई अवसर
ख) हाथ से
ग) न जाने देता
घ) खेलकूद का कोई
(v) ‘लकीर की सीध में धरती फटती ही जा रही थी।’ रेखांकित पदबंध का भेद है –
क) संज्ञा पदबंध
ख) सर्वनाम पदबंध
ग) क्रियाविशेषण पदबंध
घ) क्रिया पदबंध
Question: 04 निर्देशानुसार ‘रचना’ के आधार पर वाक्य भेद पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(i) ‘जब लेखक जल्दी-जल्दी कार्य करने की योजना बनाते, तब उन्हें ओमा की याद आती।’ इस वाक्य का सरल वाक्य होगा –
क) लेखक को जल्दी-जल्दी कार्य करने पर ओमा की याद आती।
ख) लेखक जल्दी-जल्दी कार्य करता और ओमा को याद करता।
ग) जैसे ही लेखक जल्दी-जल्दी कार्य करता, वैसे ही उसे ओमा की याद आती।
घ) लेखक जल्दी जल्दी कार्य करता क्योंकि उसे ओमा की याद आती।
(ii) ‘स्वावलंबी व्यक्ति सदा सुखी रहते हैं।’ प्रस्तुत वाक्य का मिश्र वाक्य होगा –
क) स्वावलंबी व्यक्ति हमेशा ख़ुश रहते हैं।
ख) जो व्यक्ति स्वावलंबी होते हैं, वे सदा ख़ुश रहते हैं।
ग) व्यक्ति स्वावलंबी होते हैं और ख़ुश रहते हैं।
घ) व्यक्ति स्वावलंबी होते हैं इसलिए ख़ुश रहते हैं।
(iii) निम्नलिखित में से संयुक्त वाक्य है –
कु) परीक्षक ने प्रश्न-पत्र बाँटे और परीक्षार्थी उत्तर लिखने लगे।
ख) बच्चे बगीचे में खेल रहे हैं।
ग) पिताजी नहीं उठे क्योंकि उनकी तबियत ख़राब है।
घ) पिताजी ने मुझे पढ़ाकर सेना में भर्ती करवाया।
(iv) ‘सेठ जानता है कि नौकर ईमानदार है।’ रचना के आधार पर वाक्य भेद है
क) सरल वाक्य
ख) संयुक्त वाक्य
ग) मिश्र वाक्य
घ) विधानवाचक वाक्य
(v) ‘छोटे भाई ने बड़े भाई की लताड़ सुनी और आँसू बहाने लगा’ प्रस्तुत वाक्य का मिश्र वाक्य होगा।
क) छोटे भाई ने बड़े भाई की लताड़ सुनी तथा आँसू बहाने लगा।
ख) जब छोटे भाई ने बड़े भाई की लताड़ सुनी तब आँसू बहाने लगा।
ग) छोटे भाई ने बड़े भाई की ल्ताड़ सुनी इसलिए आँसू बहाने लगा।
घ) बड़े भाई की ल्रताड़ सुनकर छोटा भाई आँसू बहाने लगा।
Question: 05 निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(i) ‘निशाचर’ शब्द में कौन-सा समास है –
क) बहुव्रीहि समास
ख) अव्ययीभाव समास
ग) कर्मधारय समास
घ) दवंदव समास
(ii) ‘जलधारा’ शब्द के सही समास-विग्रह और समास का चयन कीजिए –
क) जल में धारा-तत्पुरुष समास
ख) जल की धारा-तत्पुरुष समास
ग) धारा है जो जल में-कर्मधारय समास
घ) जल और धारा -द्वंद्व समास
(iii) निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए –
समस्तपद
(क) गुणहीन
(ख) वीणापाणि
(ग) यथासमय
(घ). सतमंज़िला
समास
(क) कर्मधारय समास
(ख) बहुव्रीहि समास
(ग) अव्ययीभाव समास
(घ) द्वंद्व समास
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं –
(i) (क) और (ख)
(ii) (ख)और (ग)
(iii) (क) और (घ)
(iv) (ग) और (घ)
(iv) राजपुरोहित’ शब्द के लिए उचित समास-विग्रह और समास का चयन कीजिए –
क) राज्य का पुरोहित – तत्पुरुष समास
ख) राजा हैं जो पुरोहित – कर्मधारय समास
ग) राजा और पुरोहित – द्वंद्व समास
घ) राजपुरा का हित – तत्पुरुष समास
(v) ‘विद्याधन’ समस्तपद का समास-विग्रह है –
क) विद्या के लिए धन
ख) धन के लिए विद्या
ग) विद्या रूपी धन
घ) धन रूपी विद्या
Question: 06 निर्देशानुसार ‘मुहावरों’ पर आधारित छह बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(i) मुहावरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन कीजिए –
क) तीन तेरह होना – बोलते रहना
ख) दंग रह जाना – संदेह होना
ग) पाँव तले ज़मीन खिसकना – घबरा जाना
घ) अँगूठा दिखाना – कुछ समझ में न आना
(ii) ‘स्वार्थ सिद्ध करना’ अर्थ के लिए उचित मुहावरा है –
क) अपने मुँह मियाँ मिट बनना
ख) अपना उल्लू सीधा करना
ग) खिचड़ी पकाना
घ) गागर में सागर भरना
(iii) आजकल के बाबाओं का काम सीधै-सादे लोगों को ____________ है। रिक्त स्थान की पूर्ति हेतु उपयुक्त मुहावरा चुनिए –
क) चित्त पर चढ़ाना
ख) घड़ों पानी भरना
ग) चुंगल में फँसाना
घ) गाल फुलाना
(iv) परिश्रम करने वाले तरक़्क़ी करते हैं। रिक्त स्थान की पूर्ति हेतु उचित विकल्प चुनिए –
क) टोपी उछालना
ख) चार चाँद लगाना
ग) ज़मीन में समाना
घ) दिन दूनी – रात चौगुनी
(v) ‘दीवार खड़ी करना’ मुहावरे का उचित अर्थ है –
क) आपसी भेदभाव पैदा करना
ख) सब की सहायता करना
ग) दूसरों को नीचा दिखाना
घ) आपसी भेदभाव समाप्त करना
(vi) ‘ज़रा भी अच्छा न लगना’ अर्थ के लिए उपयुक्त मुहावरा है –
क) फूटी आँख न सुहाना
ख) दूध की मक्खी
ग) तराजू पर तौलना
घ) बेसिर-पैर की बातें
Question: 07 निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
उड़ गया, अचानक लो, भूधर
फड़का अपार ‘पारद’ के पर!
रव-शेष रह गए हैं निर्झर!
है टूट पड़ा भू पर अंबर!
धँस गए धरा में सभय शाल!
उठ रहा धुआँ, जल गया ताल!
यों जलद-यान में विचर-विचर
था इंद्र खेलता इंद्रजाल
(I) निम्न वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए –
(क) पूरा पर्वत आकाश में उड़ रहा है।
(ख) वर्षाऋतु का वर्णन है।
(ग) पर्वत पर अद्भुत दृश्य दिखाई दे रहे हैं।
(घ) भूधर धरती में धँस गया।
पदयांश से मेल खाते वाक््यों के लिए उचित विकल्प चुनिए।
(i) केवल (क)
(ii) (क)और (ख)
(iii) (ख) और (घ)
(iv) (क), (ख) और (ग)
(II) पर्वत, झरने, शाल के वृक्ष आदि के दिखाई न देने का क्या कारण है?
क) मूसलाधार वर्षा का होना
ख) घना अंधकार छा जाना
ग) चारों ओर धुआँ ही धुआँ होना
घ) उपर्युक्त सभी
(III) कवि ने तालाब के जल से उठने वाले धुएँ को किसके समान बताया है?
क) सफ़ेद हंस के
ख) अग्नि के
ग) (क) और (ख) दोनों
घ) गहन अँधकार के
(IV) ‘रव-शेष रह गए हैं निर्झर’ पंक्ति का क्या आशय है?
क्र). बादल छा जाने के कारण कुछ दिखाई नहीं देता, केवल झरनों की आवाज़ सुनाई देती है।
ख) प्रकृति की सुंदरता का चित्रण झरनों के दृश्य के माध्यम से किया गया है।
ग) झरने बहुत सुंदर दिखाई दे रहे हैं।
घ) अंधकार में झरनों का दृश्य मनोरम दिखाई देता है।
(V) ‘जलद-यान’ से तात्पर्य है –
क) कमल रूपी वाहन
ख) बादल रूपी यान
ग) दर्पण रूपी ताल
घ) पारदर्शी पर्वत
Question: 08 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए –
(i) लाखों ग्रन्थ पढ़ने के बाद भी कबीर की दृष्टि में लोग पंडित क्यों नहीं बन पाते?
क) लोग प्रेम (मानुष-प्रेम) को महत्त्व नहीं देते।
ख) लोग अच्छे ग्रन्थ नहीं पढ़ते।
ग) लोग हमेशा उत्साहित रहते हैं।
घ) लोग हमेशा दूसरों की बुराई देखते हैं।
(ii) पर्वतों से बहने वाले झरनों की आवाज़ सुनकर कवि को कैसा त्रगता है?
क) मानो वे पर्वतों की उच्चता का गुणगान कर रहे हों।
ख) मानो वे अपनी सुंदरता का गुणगान कर रहे हों।
ग) मानो वे संसार में सबसे अधिक शक्तिशाली हों।
घ) मानो उनके समान कोई दूसरा न हो।
Question: 09 निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
कह दिया – ‘समय की पाबंदी’ पर एक निबंध लिखो, जो चार पन्नों से कम न हो। अब आप कॉपी सामने खोले, कलम हाथ में लिए उसके नाम को रोइए। कौन नहीं जानता कि समय की पाबंदी बहुत अच्छी बात है। इससे आदमी के जीवन में संयम आ जाता है, दूसरों का उस पर स्नेह होने लगता है और उसके कारोबार में उन्नति होती है, लेकिन इस ज़रा-सी बात पर चार पन्ने कैसे लिखें ? जो बात एक वाक्य में कही जा सके, उसे चार पन्नों में लिखने की ज़रूरत? मैं तो इसे हिमाकत कहता हूँ। यह तो समय की किफ़ायत नहीं, बल्कि उसका दुरुपयोग है कि व्यर्थ में किसी बात को ढूँस दिया जाए। हम चाहते हैं, आदमी को जो कुछ कहना हो, चटपट कह दे और अपनी राह ले। मगर नहीं, आपको चार पन्ने रंगने पड़ेंगे, चाहे जैसे लिखिए और पन्ने भी पूरे फुलस्केप आकार के। यह छात्रों पर अत्याचार नहीं, तो और क्या है? अनर्थ तो यह है कि कहा जाता है कि संक्षेप में लिखो। समय की पाबंदी पर एक निबंध लिखो, जो चार पन्नों से कम न हो। ठीक! संक्षेप में तो चार पन्ने हुए, नहीं शायद सौ-दो-सौ पन्ने लिखवाते।
(i) ‘समय की पाबंदी’ से तात्पर्य है –
क) निश्चित समय पर कार्य करना।
ख) समय के पहले कार्य करना।
ग) समय के बाद में कार्य करना।
घ) कम समय में कार्य करना।
(ii) संक्षेप में चार पन्ने हुए, नहीं शायद सौ-दो-सौ पन्ने लिखवाते!’ प्रस्तुत कथन के माध्यम से लेखक, बड़े भाई साहब का तत्कालीन शिक्षा के प्रति दर्शाता है।
क) सकारात्मक इष्टिकोण
ख) नकारात्मक दृष्टिकोण
ग) विचारात्मक इष्टिकोण
घ) साम्प्रदायिक दृष्टिकोण
(iii) ‘समय की पाबंदी’ का कौन-सा लाभ गदयांश में नहीं बताया गया है?
क) इससे मनुष्य के जीवन में संयम आता है।
ख) इससे व्यक्ति के कारोबार में वृद्धि होती है।
ग) इससे मनुष्य दास के जैसा बन जाता है।
घ) दूसरों का मनुष्य पर स्नेह होने लगता है।
(iv) ‘समय की पाबंदी’ विषय पर निबंध लिखे जाने पर बड़े भाई साहब ने आपत्ति व्यक्त की क्योंकि –
क) समय की पाबंदी विषय पर निबंध लिखने में सिर्फ़ समय की बर्बादी होती है।
ख) इसका कोई भी अनुपालन नहीं कर सकता।
ग) निबंध लिखवाने वाले लोग बहुत मूर्ख होते हैं।
घ) निबंध लिखने वालों को इसका अर्थ समझ नहीं आता।
(v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन (A): हम चाहते हैं, आदमी को जो कुछ कहना हो, चटपट कह दे और अपनी राह ले।
कारण (R): बड़े भाई साहब का मत है कि आदमी जो भी कहना चाहता है, उसे जल्दी कहे और अपना दूसरा कार्य करे |
क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं ।
ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी ग़लत व्याख्या करता है।
घ) जरा कथन (A) तथा कारण (R) सही हैं तथा कारण (A) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
Question: 10 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए –
(i) ‘तीसरी कसम’ फिल्म की सबसे महत्त्वपूर्ण और बड़ी ख़ूबी थी –
क) इसमें दिखाया दुःख स्वाभाविक था, नाटकीय नहीं।
ख) इसमें सुख की परिभाषा अत्यंत सरल थी।
ग) इसका संगीत अत्यंत मधुर था।
घ) इसमें करुणा के साथ जूझने का संकेत था।
(ii) परिंदों-चरिंदों से उनका घर छीनने से कैसे रोका जा सकता है?
क) पशु-पक्षियों के रहने की अलग व्यवस्था करनी होगी।
ख) लोगों को नए-नए रिहायशी मकान उपलब्ध करवाने होंगे।
ग) जंगलों को काटने से रोकना होगा, अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे।
घ) समुद्र को विषैला होने से बचाना होगा।
खंड – ब (वर्णनात्मक प्रश्न)
Question: 11 निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए –
(क) ‘अब कहाँ दूसरे के दु:ख से दुखी होने वाले’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि बढ़ती हुई आबादी का पशु-पक्षियों और मनुष्यों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ रहा है ? इसका समाधान क्या हो सकता है?
(ख) हम सभी का कोई न कोई अच्छा व सच्चा मित्र होता है। अतः हमें निःस्वार्थ भाव से मित्र की सहायता व मित्रता का पालन करना चाहिए । ‘तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र’ पाठ के आधार पर बताइए कि राजकपूर ने अपने मित्र शैलेंद्र की, फिल्म निर्माण में किस प्रकार सहायता की?
(ग) बड़े भाई साहब अपने छोटे भाई पर रौब जमाने के लिए लंबे-लंबे भाषण देते हैं। उनकी अत्यधिक बोलने की आदत उनकी कमज़ोरी है अथवा ख़ूबी? तर्क सहित उत्तर दीजिए।
Question: 12 निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए –
(क) ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता का प्रतिपादूय लिखिए।
(ख) ‘तोप’ कविता के आधार पर ‘तोप’ और ‘गौरैया’ की प्रतीकात्मकता स्पष्ट करते हुए बताइए कि प्रस्तुत कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है?
(ग) ‘जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नॉँहि’ प्रस्तुत पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
Question: 13 निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए –
(क) अंत में हरिहर काका द्वारा ज़मीन के बारे में लिया जाने वाला निर्णय क्या था? वह परिवार के मूल्यों को किस परिस्थिति में प्रभावित करता है और कैसे? यह स्थिति प्रत्येक व्यक्ति को क्या संदेश देती है?
(ख) ठाकुरबारी का काम लोगों की आस्था और विश्वास की रक्षा करना है परंतु वहाँ के महंत एवं पुजारी धन-लोलुपता के चक्कर में अन्याय में साझीदार बनते हैं। उनकी इस लिप्सा पर टिप्पणी करते हुए बचने के उपाय लिखिए।
(ग) ‘हरिहर काका’ कहानी समाज के किन पहलुओं की ओर ध्यान आकर्षित करती है? क्या आपने भी हरिहर काका जैसे व्यक्ति को अपने आस-पास देखा है? उनकी मदद आप किस प्रकार करेंगे? अपने शब्दों में लिखिए।