10th CBSE Hindi Pre-board: दसवीं कक्षा हिन्दी प्री-बोर्ड (2024-25) – St. Margaret Sr. Sec. School, Prashant Vihar, सेक्टर 14, रोहिणी, दिल्ली – 85
School Name: | St. Margaret Sr. Sec. School, D-BLOCK, Prashant Vihar, Sector 14, Rohini, New Delhi 110085 India |
Class: | 10th Standard (CBSE) – Pre-board 2024-25 |
Subject: | Hindi Set-B (085) |
Time Duration: | 02 Hours |
Maximum Marks: | 50 |
Date: | 14 November, 2024 |
सामान्य निर्देश: 10th CBSE Hindi Pre-board
- इस प्रश्नपत्र में चार खंड हैं – क, ख, ग, घ।
- खंड – क में ‘अपठित बोध’ से प्रश्न पूछे गए हैं, जिनके उत्तर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए दीजिए।
- खंड – ख में ‘व्यावहारिक व्याकरण; से प्रश्न पूछे गए हैं।
- खंड – ग में ‘पाठ्यपुस्तक’ पर आधारित प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार दीजिए।
- खंड – घ में ‘रचनात्मक लेखन’ पर आधारित है तथा आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
- चारों खंडों के कुल 13 प्रश्न हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमश: लिखिए।
खंड ‘क’ – अपठित बोध: 10th CBSE Hindi Pre-board – 7 Marks
प्रश्न 01: निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
हिमालय के कच्चे पहाड़ संसार के पर्वतों में सबसे युवा समझे जाते हैं। पर्वतीय प्रदेशों में अधिक सड़क-निर्माण और वृक्ष-उन्मूलन के कारण उनकी स्थिति कमज़ोर होती जा रही है। पर्वतीय प्रदेशों में खानाबदोश चरवाहों के पास भेड़-बकरियों के विशाल झुंड होते हैं। एक-एक चरवाहे के पास हजार या इससे भी अधिक भेड़ें होती हैं। शीत ऋतु समाप्त होते ही ये चरवाहे ऊपर की ओर चदना प्रारंभ कर देते हैं। भेड़-बकरियों के विशाल झुंडों द्वारा वनस्पति की बर्बादी होती है। पर्वतों में अंधाधुंध कटान की दोहरी मार इनके अस्तित्व को भयानक रूप से चुनौती दे रही है। प्रतिवर्ष वर्षा का पानी अपने साथ नंगे पहाड़ों से मिटटी बहाकर नदियों में ले जाता हैं। इससे- देश में विनाशकारी बाढ़ें आती हैं। पर्वत-स्खलन एवं मिट्टी के नदियों में बहकर आने पर नियंत्रण पाने के लिए हिमालय के कुछ पर्वतीय प्रदेशों में योजनाएँ बनी हैं, जिनके अंतर्गत जल-संरक्षण एव वृक्षारोपण, भूमि-संरक्षण तथा चरवाहों द्वारा वनस्पति-विनाश पर नियंत्रण आदि कार्य सम्मिलित हैं।
विभिन्न योजनाओं द्वारा देहातों में रहने वाले व्यक्तियों के सहयोग से बंजर भूमि तथा क्षतिग्रस्त वनों में ईंधन योग्य तथा फल एवं चारा देनेवाले वृक्ष रोपे जा रहे हैं। उनमें यूक्लिपटस वृक्ष विशेष रूप से रोपे जा रहे हैं। 10-12 वर्ष में इसका वृक्ष ईंधन तथा कागज़ के लिर्माण आदि के शिए काष्ठ देने योग्य हो जाता है। सड़कों, नहरों तथा वन-खंडों में उगे इनके पंक्तिदार वृक्ष बरबस भन मोह लेते हैं। अधिक काष्ठ-उत्पादन के लिए राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में वन विकास निगम स्थापित की गए हैं। यदुयपि वृक्षारोपण की ओर देश अब अधिक सचेष्ट हुआ है, हैं, तथापि वनों के अधिक नष्ट किये जाने के कारण स्तिथि इस नाजुक दौर तक पहुँच चुकी है की विशाल धन-राशी, सतत निश्वार्थ प्रयत्न तथा जनता का सहयोग ही देश की वन सम्पति को आवश्यकता के अनुसार बढ़ने में सहायक हो सकते हैं।
क) पर्वतीय प्रदेशों में खानाबदोश चरवाहों के पास भेड़-बकरियों के विशाल झुंड पहाड़ी क्षेत्रों के लिए अहितकर साबित होते हैं। – कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए।
For remaining questions – please refer PDF displayed below:
About St. Margaret Sr. Sec. School, Prashant Vihar, Sector 14, Rohini, Delhi-85
Located in the North–West Delhi, St. Margaret. Sr. Sec. School, Prashant Vihar, Rohini is one of the prominent institutions scattering its influential educational facilities across the boundaries through various means. The school was established in 1988 and has been affiliated to CBSE since then. The school is renowned for providing quality education to the students in all aspects resulting in an impeccable academic result of class X and XII Board Examination every year.