बी – 618 ए
लोहिया नगर,
गाजियाबाद।
दिनांक – 3. 7. 2017
प्रिय वंदना,
सप्रेम नमस्ते।
तुम्हें यह जानकर अत्यन्त प्रसन्नता होगी कि मैं गत वर्षो की तरह अपना जन्म दिवस 25 जुलाई को मना रही हूँ। इस अवसर पर मैंने अपनी सभी सखियों को आमंत्रित किया है। मैं तुम्हें भी सस्नेह निमंत्रण भेज रही हूँ, आशा है तुम निराश नहीं करोगी अपितु इस खुशी के अवसर पर आकर इस शाम को रंगीन बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दोगी। तुम्हारे न आने पर यह शाम मुझे अधूरी-सी लगेगी।
तुम्हारी सखी,
मीनू
Aanti aur ankal ko mera pranam dena
Good letter hai par bohot zayada hi dingay likhi hai. “Party adhuri hai thumaray bina” falana, dimkana.?