बी – 775 ए,
मोती नगर,
नई दिल्ली।
दिनांक 28. 6. 2017.
प्रिय सखी गीता,
प्रसन्न रहो।
आज ही तुम्हारा जन्म-दिन का निमन्त्रण पत्र प्राप्त हुआ। पढ़कर बहुत प्रसन्नता हुई। भगवान तुम्हें शतायु करें और यह दिन तुम्हारे जीवन में बार-बार खुशियाँ लेकर आए।
यह दिन बहुत शुभ होता है। इस दिन मेहमान और रिश्तेदार आते हैं। घर में चहल-पहल रहती है। फल और मिठाइयाँ आती हैं। नए-नए वस्त्र पहनने को मिलते हैं चारों तरफ खुशी का वातावरण बन जाता है। सुन्दर-सुन्दर उपहार और बड़ों का आशीर्वाद मिलता है। 5. 7. 2017 को मेरी परीक्षा है। इसलिए मैं स्वयं उपस्थित नहीं हो पाऊँगी। मेरी छोटी बहन उपहार लेकर अवश्य आएगी, जिससे तुम्हें मेरी कमी महसूस न हो। परीक्षा समाप्त होते ही मैं तुम्हें बधाई देने अवश्य आऊँगी।
तुम मेरी विवशता समझोगी और बुरा नहीं मानोगी। मेरे छोटे से उपहार को स्वीकार क्र मुझे कृतार्थ करोगी।
माता जी और पिताजी को नमस्ते। मुन्नू को प्यार।
तुम्हारी सखी,
शिवानी