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लोकतंत्र में विरोधी दलों का महत्त्व तथा भूमिका: भारतीय सन्दर्भ

Democracy

लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए, जनता के द्वारा शासन है। उसमें जनता द्वा रा चुने गये प्रतिनिधि शासन की बागडोर सँभालते हैं और एक निश्चित कालाविधि प्रायः पाँच वर्ष तक देश की उन्नति और विकास का भार उनके कंधों पर होता है। चुनाव लोकतंत्र की रीढ़ है। प्रत्येक देश …

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भारत में लोकतंत्र और चुनाव पर निबंध विद्यार्थियों के लिए

Elections Voting

लोकतंत्र के सम्बन्ध में बहुप्रचलित एवं बहुउद्धृत कथन है – जनता की, जनता द्वारा, जनता के हित के लिए बनायी गयी शासन-व्यवस्था। और स्पष्ट शब्दों में कहें तो वह शासन-व्यवस्था जिसका संचालन जनता द्वारा चुने गये प्रतिनिधि जनता के हित-कल्याण के लिए करें। इस परिभाषा में बातें स्पष्ट हैं: जनता …

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भारत में प्रजातंत्र का भविष्य पर हिंदी निबंध

Democracy

15 अगस्त 1947 तक भारत परतंत्र था, उस पर साम्राज्यवादी ब्रिटिश शासकों का आधिपत्य था। गांधी जी के नेतृत्व में हमने आजादी के लिए विदेशी शासकों के साथ संघर्ष किया और अन्ततः उन्हें देश छोड़ने के लिए विवश किया। देश की सार्वभौम स्वायत्तता की घोषणा करनेवाला संविधान बना और 26 …

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मेरा प्रिय मित्र पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध Hindi Essay on Ideal Student

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसे जीवन में एक ऐसा साथी चाहिए जिससे वह अपने मन की बात कह सके, अपनी समस्या बताकर उससे परमर्श कर उसका समाधान खोज सके। अनुभव बताता है कि दुःख दोनों में लाभकारी होता है। जीवन-संगिनी तो जीवन-भर साथ देती ही है, सच्चा मित्र भी …

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मुंशी प्रेमचंद: मेरा प्रिय लेखक पर विद्यार्थियों के लिए निबंध

मेरा प्रिय लेखक: मुंशी प्रेमचंद

अजाबराय के पुत्र नवाबराय, जो बाद में मुंशी प्रेमचन्द के नाम से विख्यात हुए और जिनके विपुल कथा-साहित्य ने भारती के भण्डार को समृद्ध किया तथा उसे नयी दिशा दी का जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस से चार मील दूर लमही नामक गाँव में हुआ था। कायस्थ  परिवार की …

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कश्मीर समस्या पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

कश्मीर समस्या पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

आज की कश्मीर समस्या को जानने और समझने के लिए हमें इतिहास में कुछ पीछे जाना होगा। 1947 में जब गांधी जी के ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिन्द फौज की स्थापना तथा अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों ने ब्रिटिश शासन को बाध्य कर दिया कि वे भारत को …

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भारत और साम्प्रदायिकता की समस्या पर निबंध

भारत और साम्प्रदायिकता की समस्या पर विद्यार्थियों के लिए निबंध

सम्प्रदाय का सामान्य अर्थ है एक ऐसा वर्ग, जन-समूह जिसका रहन-सहन, जीवन-पद्धति, धार्मिक विश्वास, पूजा-अर्चना की पद्धति, रीति-रिवाज एक समान हों। सम्प्रदाय का मुख्य आधार है धार्मिक विश्वास, आस्था, पूजा-उपासना की पद्धति। हिन्दू भगवान के विभिन्न रूपों देवी-देवताओं में विश्वास रखते हैं, मूर्ति-पूजक हैं। मुसलमान एक ईश्वर में आस्था रखते …

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