International Women’s Day Speech in Hindi: 02
सुप्रभात मित्रों।
हम अपने कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए यहां इकट्ठे हुए हैं। मुझे बहुत प्रसन्नता है कि मुझे इस कार्यक्रम की मेज़बानी करने और आज एक स्पीच देने का अवसर मिला है। सबसे पहले मैं सीईओ, निदेशक मंडल और इस संगठन की प्रबंधन समिति के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगी जो काम और समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्व पर बहुत जोर देती है और इस प्रकार हमारी कंपनी हर वर्ष इस समारोह को अत्यंत उत्साह और जोश के साथ मनाती है। इस संगठन का एक हिस्सा बनना वास्तव में मेरे लिए एक सम्मान है।
समाज के महान महिलाओं को सम्मान देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को पूरे विश्व में मनाया जाता है। लैंगिक समानता लाने के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण बहुत जरूरी है। उन समाजों का विकास बहुत अच्छी तरह से होता है जहां महिलाओं को एक समान सम्मान दिया जाता है। अधिकांश परंपरागत लोगों को अब भी लगता है कि महिलाओं को घर के कामों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए और बाहर के काम-काजों के लिए कदम नहीं उठाना चाहिए क्योंकि ये उनका कार्य क्षेत्र नहीं है जिसका के समाज में और महिलाओं द्वारा अभ्यास किया जा रहा है। महिलाओं के पास पुरुषों जितनी समान क्षमता है बशर्ते उन पर भरोसा किया जाए। आज की महिलाएं अपनी शक्तियों और क्षमताओं का एहसास करती हैं और समाज तथा विश्व में फलस्वरूप योगदान करने के लिए घर से बाहर निकलती हैं।
एक महिला होने के नाते महिलाओं के लिए एक खास दिन होना अच्छा लगता है जहाँ उन्हें सराहा और सम्मानित किया जा सके लेकिन मुझे लगता है कि महिला का सम्मान सिर्फ महिला होने के कारण ही नहीं होना चाहिए बल्कि इसलिए भी क्योंकि उनकी खुद अपनी व्यक्तिगत पहचान है। वे समाज की भलाई में समान रूप से योगदान करती हैं। यदि मैं थोडी पक्षपाती बनूँ तो मैं कहूंगी कि अगर पृथ्वी पर कोई औरत नहीं बची तो मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा क्योंकि स्त्री ही है जो इस धरती पर जीवन लाती है। हर महिला विशेष है चाहे वह घर पर या कार्यालय में काम कर रही हो या दोनों ही कर रही हो। वह बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और अपने घर को भी कुशलतापूर्वक प्रबंधित करती है।
जैसा की मैंने आपको बताया हमारा संगठन लैंगिक समानता के महत्व पर बहुत जोर देता है और मुझे यह घोषणा करने में अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है कि अब हमारा संगठन तीन अलग-अलग गैर-सरकारी संगठनों से जुड़ गया है जो महिलाओं और बच्चों की बेहतरी के लिए बेहतर काम करेगा। मुझे सभी औपचारिकताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है और साथ ही साथ प्रासंगिक दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों का भी प्रबंध करना है। मैं बहुत खुश हूँ तथा सम्मानित भी महसूस कर रही हूँ और मैं इस चीज़ को लेकर केंद्रित हूं कि हमें एक साथ उन सभी महिलाओं की मदद करनी है जो वंचित हैं, जरूरतमंद हैं या जिनको समाज में अपने पुरुष समकक्षों के साथ खड़े रहने के लिए समर्थन की आवश्यकता है।
हमारे पास इस एजेंडे पर बहुत सारी योजनाएं हैं और हम दूर-दूरदराज के क्षेत्रों का दौरा करेंगे जहां शिक्षा अब भी युवा लड़कियों के लिए एक सपना है। हम न केवल एनजीओ के साथ मिलकर उन इलाकों में शिक्षा प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहे हैं बल्कि हम कुल शिक्षा लागत का 50% खर्चा भी देंगे। मुझे यकीन है यह यात्रा मेरे लिए बहुत कुछ सीखने का अनुभव है लेकिन मुझे आपकी शुभकामनाएं और प्रेरणा की आवश्यकता होगी।