Friday , November 15 2024

Tag Archives: Essays for NCERT Syllabus

कश्मीर समस्या पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

कश्मीर समस्या पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

आज की कश्मीर समस्या को जानने और समझने के लिए हमें इतिहास में कुछ पीछे जाना होगा। 1947 में जब गांधी जी के ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिन्द फौज की स्थापना तथा अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों ने ब्रिटिश शासन को बाध्य कर दिया कि वे भारत को …

Read More »

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना: विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध

मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना: विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध

मजहब उर्दू का शब्द है जिसका हिंदी पर्याय है धर्म। हमारे यहाँ धर्म की परिभाषा की गई है जो धारण करता है वह धर्म है। धारण करने से तात्पर्य है सहारा देना, रक्षा करना। धर्मशास्त्रों, नितिग्रन्थों में जो जीवन जीने का मार्ग, नीति-नियम बनाये गये हैं, आत्मा को, मन को …

Read More »

भारत और साम्प्रदायिकता की समस्या पर निबंध

भारत और साम्प्रदायिकता की समस्या पर विद्यार्थियों के लिए निबंध

सम्प्रदाय का सामान्य अर्थ है एक ऐसा वर्ग, जन-समूह जिसका रहन-सहन, जीवन-पद्धति, धार्मिक विश्वास, पूजा-अर्चना की पद्धति, रीति-रिवाज एक समान हों। सम्प्रदाय का मुख्य आधार है धार्मिक विश्वास, आस्था, पूजा-उपासना की पद्धति। हिन्दू भगवान के विभिन्न रूपों देवी-देवताओं में विश्वास रखते हैं, मूर्ति-पूजक हैं। मुसलमान एक ईश्वर में आस्था रखते …

Read More »

वृक्ष की आत्मकथा पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

Equatorial Forest Region

संस्कृत और हिन्दी के अनेक सुभाषितों में परोपकार की महिमा गयी है – ‘परोपकाराय सत्तां विभूतयः‘,’पर हित सरिस धर्म नहिं भाई‘ ऐसी ही उक्तियाँ हैं। इनमें कहा गया है कि नदियाँ अपना जल नहीं पीतीं, दूसरों की प्यास बुझाती हैं, रत्नगर्भा पृथ्वी अपने रत्न और अन्य धातुएँ दूसरों के उपयोग …

Read More »

भारत-अमेरिका सम्बन्ध पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध

भारत-अमेरिका सम्बन्ध पर विद्य्राथियों और बच्चों के लिए निबंध

भारत और अमेरिका में अनेक समानताएँ हैं। दोनों में प्रजातंत्रात्मक शासन-व्यवस्था है। भारत और अमेरिका विश्व के सबसे बड़े दो जनतंत्र माने जाते हैं। दोनों में व्यक्ति-स्वातंत्र्य को  महत्त्व दिया जाता है, दोनों की अर्थ-नीति भी लगभग एक समान है। अमेरिका पूँजीवाद का समर्थक है, आज भारत भी समाजिक अर्थनीति …

Read More »