कुछ वर्ष पहले की बात है एक भयानक संक्रामक रोग ने मुझे आ दबोचा और मुझे पास के सरकारी अस्पताल में दाखिल करा दिया गया। मुझे वहाँ लगभग पन्द्रह दिन रहना पड़ा। पहला सप्ताह मेरे और मेरे घरवालों के लिए बड़ी चिन्ता, क्लेश और कष्ट का रहा। कभी लगता मैं …
Read More »विकलांगों के प्रति हमारी दृष्टि और कर्त्तव्य पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध
विकलांग शरीर प्रकृति या ईश्वर का अभिशाप है, पृथ्वी पर भार है, समाज को चुनौती है, परिवार पर बोझ है। विकलांग व्यक्ति वह होता है जिसके शरीर का कोई अंग या तो जन्म से ही नहीं होता है जैसे किसी के दो की बजाये एक गुर्दा हो या उसका अंग …
Read More »मेरी अभिलाषा पर निबंध
कविवर माखनलाल चतुर्वेदी ने ‘पुष्प की अभिलाषा’ कविता के माध्यम से राष्ट्र पर प्राण निछावर करने की अभिलाषा प्रकट की है। जिस प्रकार समुद्र में अनेक लहरें उठती और विलीन होती रहती हैं, उसी प्रकार मनुष्य के मन में तरह-तरह की इच्छाएं उत्पन्न होती रहती हैं। संसार में शायद ही …
Read More »मेरा देश भारत: विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
इस सृष्टि की रचना परमात्मा ने की, ऐसा ऋषि लोग मानते हैं। भारतवर्ष सृष्टि के लिए सर्वोत्तम लगा हो, तभी तो देवता भी इस भूमि पर जन्म लेने के लिए तरसते थे। परशुराम, राम, कृष्ण, महात्मा बुद्ध इसी भारत में अवतरित हुए। शकुन्तला पुत्र भरत के नाम पर इस देश का …
Read More »सदाचार पर निबंध Hindi Essay on Virtue, Good Behavior
सदाचार शब्द ‘सत् + आचार‘ से मिलकर बना है। सदाचार और शिष्टाचार में अन्तर है। सदाचार चरित्र की पवित्रता को और शिष्टाचार व्यवहारिक कुशलता को प्रकट करता है। मनुष्य की मनुष्यता उसके चरित्र में निहित होती है। चरित्रहीन व्यक्ति को हमारे समाज में पशु भी कहा गया है। सदाचार के गुणों …
Read More »मेरी कक्षा अध्यापिका: विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
आज की शिक्षा व्यवस्था में एक कक्षा के छात्रों को भिन्न-भिन्न विषयों का अध्यापन अलग-अलग अध्यापक कराते हैं। छात्र कई-कई अध्यापकों के सम्पर्क में आता है। छात्र-छात्राओं के मन पर अध्यापक-अध्यापिकाओं का प्रभाव पड़े बिना नहीं रहता। परन्तु फिर भी छात्र या छात्रा का जितना घनिष्ठ संबंध अपनी कक्षा अध्यापिका …
Read More »मेरा जन्मदिन: विद्यार्थियों और बच्चों के लिए हिंदी निबंध
हमारे देश में जन्मदिन मनाने की परम्परा है। हमारे शास्त्रों की मान्यता है कि मानव जन्म अनेक पुण्यों के बाद मिलता है। हमारे यहाँ प्रार्थना की गई है कि हम कर्म करते हुए सौ वर्ष जीयें। संभवत: पहले यह परम्परा राजा महाराजाओं से प्रारम्भ हुई होगी और फिर जनता में आई। …
Read More »मेरा परिवार: हिंदी निबंध Hindi Essay on My family
हमारा परिवार बहुत छोटा है। हम घर में पाँच प्राणी रहते हैं। मेरी माँ, मेरे पिताजी मेरा बड़ा भाई और मेरी दादी। मेरा भाई मुझ से दो साल बड़ा है। हम दोनों एक ही विद्यालय में पढ़ते हैं। मेरा भाई आठवीं कक्षा में और मैं छठी में पड़ती हूँ। हम दोनों …
Read More »दूध पर हिंदी निबंध Hindi Essay on Milk
दूध एक अच्छा पेय पदार्थ है। यह हमारे खाने का एक आवश्यक भाग है। डाक्टर भी सलाह देते हैं कि सुबह और शाम को एक गिलास दूध का अवश्य सेवन करना चाहिए। गाय, बकरी, भैंस, स्त्री, हस्तिनी, घोड़ी, ऊँटनी और भेड़ इन आठों का दूध उपयोगी माना जाता है। दूध पालन-पोषण …
Read More »गाय पर निबंध: Hindi Essay for Students and Children
भारत में गाय का पूजनीय स्थान है। प्राचीन काल में साधु-संत, ऋषि-मुनि अपने आश्रमों में गायें पाला करते थे। महर्षि जाबालि ने तो अपने शिष्य सत्यकाम को गौ सेवा का भार सौंपा था और उन्हें तब तक चराते रहने का आदेश दिया था जब तक उनकी संख्या दोगुनी न हो …
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