दुर्गा पूजा पर निबंध बंगाल के रहनेवालों तथा बंगाल संस्कृति में जितनी श्रद्धा-भक्ति की पात्र शक्ति, दश भुजा धारिणी, सिंहवाहिनी, महिषासुर मर्दिनी देवी दुर्गा हैं, उतना कोई अन्य देवी – देवता नहीं। देवी दुर्गा का ही एक रूप है – काली या काली माँ। बंगाल की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती …
Read More »मित्रता पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध
किसी अनुभवी व्यक्ति ने इस संसार को गोरख-धन्धा ठीक ही बताया है। जिस प्रकार पुरुष के भाग्य और स्त्री के चरित्र को समझना देवताओं तक के लिए कठिन है: “पुरुषस्य भाग्यं नारी चरित्रं देवो न जानाति कुतोः मनुष्यः” उसी प्रकार इस संसार की गति को समझना दुष्कर है। कविवर जायसी …
Read More »मेरा प्रिय मित्र पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसे जीवन में एक ऐसा साथी चाहिए जिससे वह अपने मन की बात कह सके, अपनी समस्या बताकर उससे परमर्श कर उसका समाधान खोज सके। अनुभव बताता है कि दुःख दोनों में लाभकारी होता है। जीवन-संगिनी तो जीवन-भर साथ देती ही है, सच्चा मित्र भी …
Read More »मुंशी प्रेमचंद: मेरा प्रिय लेखक पर विद्यार्थियों के लिए निबंध
अजाबराय के पुत्र नवाबराय, जो बाद में मुंशी प्रेमचन्द के नाम से विख्यात हुए और जिनके विपुल कथा-साहित्य ने भारती के भण्डार को समृद्ध किया तथा उसे नयी दिशा दी का जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस से चार मील दूर लमही नामक गाँव में हुआ था। कायस्थ परिवार की …
Read More »भारत बांग्लादेश सम्बन्ध पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी में निबंध
1971 से पूर्व बांग्लादेश का अस्तित्व ही नहीं था; आज हम जिसे बांग्लादेश कहते हैं, वह पूर्व पाकिस्तान कहलाता था। 1947 से पूर्व या कहें देश-विभाजन की त्रासदी से पहले वह भारत के एक प्रान्त बंगाल का हिस्सा था। 1947 में देश का विभाजन हुआ, पाकिस्तान बना, तो पूर्वी बंगाल …
Read More »एक नहीं दो दो मात्राएँ, नर से बढ़कर नारी: हिंदी निबंध
राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की इन पंक्तियों में कवि ने व्याकरण की दृष्टि से नारी को नर की तुलना में अधिक बड़ा बताया है। नर शब्द में दोनों अक्षरों ‘न’ तथा ‘र’ में एक-एक मात्रा है जबकि नारी शब्द के न तथा र दोनों में दीर्घ मात्राएँ हैं। ह्रस्व छोटी मात्रा …
Read More »नारी का आभूषण सौन्दर्य नहीं, सौम्य गुण है: हिंदी निबंध
मनुष्य स्वभाव से सौन्दर्य-प्रेमी होता है। पुरुष और नारी दोनों चाहते हैं कि उनका रूप-रंग, व्यक्तित्व दूसरों को मोहने वाला हो, उनके सम्पर्क में आनेवाले उनके प्रति आकर्षण अनुभव करें। अपनी इस इच्छा की पूर्ति के लिए जिन उपायों का आश्रय लेते हैं उनमें एक है साज-सज्जा, श्रृंगार और अलंकरण। …
Read More »कश्मीर समस्या पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध
आज की कश्मीर समस्या को जानने और समझने के लिए हमें इतिहास में कुछ पीछे जाना होगा। 1947 में जब गांधी जी के ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिन्द फौज की स्थापना तथा अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों ने ब्रिटिश शासन को बाध्य कर दिया कि वे भारत को …
Read More »मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना: विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध
मजहब उर्दू का शब्द है जिसका हिंदी पर्याय है धर्म। हमारे यहाँ धर्म की परिभाषा की गई है जो धारण करता है वह धर्म है। धारण करने से तात्पर्य है सहारा देना, रक्षा करना। धर्मशास्त्रों, नितिग्रन्थों में जो जीवन जीने का मार्ग, नीति-नियम बनाये गये हैं, आत्मा को, मन को …
Read More »भारत और साम्प्रदायिकता की समस्या पर निबंध
सम्प्रदाय का सामान्य अर्थ है एक ऐसा वर्ग, जन-समूह जिसका रहन-सहन, जीवन-पद्धति, धार्मिक विश्वास, पूजा-अर्चना की पद्धति, रीति-रिवाज एक समान हों। सम्प्रदाय का मुख्य आधार है धार्मिक विश्वास, आस्था, पूजा-उपासना की पद्धति। हिन्दू भगवान के विभिन्न रूपों देवी-देवताओं में विश्वास रखते हैं, मूर्ति-पूजक हैं। मुसलमान एक ईश्वर में आस्था रखते …
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