निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर दिये गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: –
चारों ओर गंदगी फैली,
कूड़े-करकट का लगा अंबार।
यह तो है बाहरी गंदगी,
कर लो तुम इसका उपचार।
मंत्र स्वच्छता का अपनाओ,
स्वस्थ, सबल जीवन का दान।
दूर करो गंदगी, बच्चों,
करो देश-भर का कल्याण।।
दूर गंदगी होने से,
खुशियों का संसार बसेगा।
बस्ती अपनी सुंदर होगी,
वायु, देह, मन शुद्ध होगा।।
आओ करें मिलकर ये प्रण,
बनाएँ धरा को स्वर्ग से भी सुंदर।
सभी पशु पक्षी और प्राणी रहें सुरक्षित,
ऐसा प्रयास करें, हम मिलजुलकर।।
- बाहरी गंदगी किसे कहा गया है?
- कवि ने कौन सा मंत्र अपनाने को कहा है?
- कवि के अनुसार हमें क्या प्रण लेना चाहिए और उससे क्या लाभ होंगे?
- गंदगी दूर होने से क्या लाभ होंगे? हमें अपने शहर और देश को साफ सुथरा रखने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?
- ‘स्वच्छता अपनाओ’ विषय पर जागरूकता फैलाने हेतु एक पोस्टर बनाइए।
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