निम्नलिखित गद्यांश को पढकर प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
दुनिया की हर एक चीज हमे शिक्षा देती है| एक दिन में धुप में घूम रहा था| चारो तरफ बड़े-बड़े हरे वृक्ष दिखाई देते थे| मैं सोचने लगा की ऊपर से इतनी कड़ी धुप पड़ रही है फिर भी ये वृक्ष हरे कैसे हैं? वे वृक्ष मेरे गुरु बन गए| मेरी समझ में आ गया की जो वृक्ष ऊपर से इतने हरे भरे दिखते हैं, उनकी जड़े जमीन में गहरी पहुंची है और वहाँ से उन्हें पानी मिल रहा है| इस प्रकार अंदर से पानी और ऊपर से धुप, दोनों की कृपा से यह सुंदर हरा रंग उन्हें मिला है| इसी तरह हमे भी अंदर से इच्छा शक्ति का पानी और बाहर से परिश्रम और बाधाओं की कड़ी धुप मिलती है तभी हम सफल हो सकते हैं|
प्रश्न 1. उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
प्रश्न (क) वृक्ष गुरु कैसे बन गए?
- लेखक को आनंद देकर
- लेखक को प्रकृति का सौन्दर्य बताकर
- लेखक को शिक्षा देकर
- इनमे से कोई भी नहीं
प्रश्न (ख) वृक्षों के हरे होने का लेखक को क्या कारण समझ आया?
- वृक्षों के पत्ते हरे होते है
- वृक्षों को जड़ों द्वारा पानी मिलता है
- वृक्षों को ऊपर से धुप मिलती है
- ऊपर से धुप और जमीन से पानी मिलता है
प्रश्न (ग) जीवन में सफलता के लिए हमे अंदर से किसके रूप में पानी मिलता है?
- इच्छा शक्ति के रूप में
- परिश्रम के रूप में
- परिश्रम और बाधाओं के रूप में
- सफलता के रूप में
प्रश्न 2. आप अपने जीवन को हरा- भरा अर्थात सफल बनाने के लिए क्या करेंगे? (मूल्यपरक प्रश्न)
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