अपठित गद्यांश और पद्यांश Hindi Unseen Passages III [08]
निम्निलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:
राष्ट्रीय एकता एक प्रबल शक्ति है। यह वीरता और बलिदान के कार्यों को बढ़ावा देती है और जनता में आत्मविश्वास उत्पन्न करती है। यह देशवासियों को उन्नति के पथ पर आगे बढने की प्रेरणा देती है। संसार के लोगों ने राष्ट्रीय एकता की भावना से प्रेरित होकर अपूर्व उन्नति की है। राष्ट्रीय एकता जनता को व्यक्ति और समाज दोनों रूपों में प्रोत्साहन और प्रेरणा देती है। जब महात्मा गाँधी ने असहयोग आंदोलन आरंभ किया तो समूचा राष्ट्र एक भावना से गाँधी जी के साथ हो लिया। एकता और संगठन की भावना जागृत करने के लिए उन्होंने नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों पर आधारित अनेक रचनात्मक कार्यक्रम आरंभ किए। आजादी के बाद समस्त भारत भावनात्मक एकता के सूत्र में बंधा है। चीनी अतिक्रमण इसका जीता – जागता प्रमाण प्रस्तुत करता है। इस कठिन समय में भारतवासियों की भावनात्मक एकता एकदम व्यावहारिक एकता में परिवर्तित हो गई और आक्रांत चीन की चुनौती का पूरे राष्ट्र ने ललकार के साथ उत्तर दिया। इस समय हमारे देश को उसी प्रकार की भावनात्मक एकता की आवश्यकता है।
प्रश्न:
- राष्ट्रीय एकता देशवासियों को क्या प्रेरणा देती है?
- राष्ट्रीय एकता जनता को किन-किन रूपों में प्रोत्साहन और प्रेरणा देती है?
- गाँधी जी ने किस भावना को जागृत करने के लिए रचनात्मक कार्यक्रम आरंभ किए?
- किसके बल पर भारतवासियों ने चीनी आक्रमण का सामना किया?
- वर्तमान समय में देश को किस प्रकार की एकता की आवश्यकता है?
- (i) गद्यांश में से एक भाववाचक संज्ञा छाँटकर लिखिए।
(ii) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।