अपठित गद्यांश Hindi Unseen Passages V [05]
गोविंदवल्लभ पंत को वर्तमान उत्तर प्रदेश का पिता कहा जा सकता है। सन् 1946 में जब कांग्रेस ने चुनावों में भाग लेने का निश्चय किया तो पंत बरेली से विधान सभा के लिए चुने गए थे। वे सर्वसम्मती से चुने गए नेता थे। समय कठिन था। सांप्रदायिकता, बेरोजगारी और कालाबाजारी का बोलबाला था। पंडित पंत ने दृढ़ता से इन समस्याओं का सामना किया। उचित मूल्य की दुकानें खोली गईं और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एक अलग विभाग खोला गया। कानून और व्यवस्था की समस्या से भी निपटा गया। पंत ने ही प्रदेश के युनाइटेड प्रॉविंसनाम को बदलकर नया नाम उत्तर प्रदेश दिया। जब उनका कार्यकाल आरंभ हुआ तो ढेर सारी समस्याओं का समाधान करीब-करीब असंभव-सा ही लगता था। विभाजन के कारण सांप्रदायिक दंगों ने प्रचंड रूप ले लिया था। पंत ने दंगाग्रस्त स्थानों का अनथक रूप से दौरा किया। उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील की तथा स्थिति का नियंत्रण में लाने में सफल हुए। यू.पी. जैसे पिछड़े और भारी जनसंख्या वाले प्रांत का प्रशासन चुनौतीपूर्ण था, विशेषतः उस संधि-काल समय में जब राष्ट्रीय सरकार में परिवर्तित हो रहा था। पंत का प्रयास था कि जनसाधारण की दशा में सुधार हो। उन्होंने जमींदारी प्रथा को, जिसने किसानों का शोषण किया था, सन् 1952 में समाप्त करके अपना सपना साकार किया।
प्रश्न:
(क) गोविंदवल्लभ पंत उत्तर प्रदेश का पिता क्यों कहा गया है?
- वे सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति थे
- उत्तर प्रदेश से ही उन्हें विधान सभा में जाने का अवसर मिला था
- उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश नाम देकर विकास के पथ पर अग्रसर किया
- उन्होंने कठिन समय में चुनाव लड़ा
(ख) आरंभ में पंत को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ा?
- महँगाई और अशिक्षा
- गरीबी और अशिक्षा
- सांप्रदायिकता, बेरोजगारी और कालाबाजारी
- बेरोजगारी और जनसंख्या वृद्धि
(ग) उत्तर प्रदेश का पुराना नाम क्या था?
- युनाइटेड स्टेट्स
- युनाइटेड प्रॉविन्स
- अवध प्रांत
- संयुक्त प्रांत
(घ) सांप्रदायिक दंगों के भड़कने का क्या कारण था?
- दो विभिन्न धर्म के लोगों की कट्टरता
- देश में फैलती सांप्रदायिकता
- देश का विभाजन
- विभिन्न धर्म के लोगों को एक-दूसरे के विरुद्ध भड़काना
(ड़) गोविंदवल्लभ पंत का सपना क्या था?
- आम आदमी की दशा में सुधार
- गाँवों का विकास
- जमींदारी की समाप्ति
- किसान की फसलों को उचित लाभ
(च) विधानसभा के लिए चुने जाने पर जनसाधारण की दशा को सुधारने के लिए पंत जी ने क्या-क्या प्रयास किए?
- उचित मूल्यों की दुकानें खोलना
- भ्रष्टाचार को दूर करने हेतु अलग विभाग
- जमींदारी प्रथा का अंत
- उपरोक्त सभी