अपठित गद्यांश Hindi Unseen Passages V [09]
भारत के गगन पर क्रांति के बादल इकट्ठे होने आरंभ हो गए थे। स्वतंत्रता की प्रथम लड़ाई सन् 1857 के एक नेता नाना साहब भी उन लोगों में से थे जो दयानंद का प्रवचन सुनकर उससे प्रेरित हुए।
क्रांति की आँधी में ब्रिटिश शासन नींव हिलने लगी थी। इस बाहरी युद्ध के साथ-साथ लोगों के मन-मस्तिष्क में एक अन्य प्रकार का युद्ध चल रहा था। यह बाहर से दिखाई तो नहीं देता था मगर कम कटु न था। यह युद्ध था अविवेक से विवेक का, सत्य का विश्वासघात से एवं वेदों की शुचिता का पाखंडी धर्म के चंगुल से मुक्त कराने का।
यहाँ तक कि इस्लाम, ईसाई और सीख धर्मों के ग्रंथ भी दयानंद की प्रज्ञा से अछूते न रहे। उनकी कुरान और बाइबिल की व्याख्या ने इन धर्म के नेताओं को क्रोधित कर दिया। कुछ धर्मांध लोग तो इतना क्रोधित हो गए कि उन्होंने एक बार दयानंद को नदी में फेंकने का प्रयास किया।
लेकिन वर्षों के योगाभ्यास और अनुशासन के कारण उनका शरीर बड़ा शक्तिशाली था। इसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने अपने आक्रमणकारियों को इस प्रकार जकड़ा कि वे भी उनके साथ नदी में गिर पड़े। आक्रमणकारियों को उन्होंने तब छोड़ा जब वे डूबने लगे थे, लेकिन वे स्वयं पानी के भीतर पद्मासन लगाए बैठे रहे-ऐसी थी उनकी योग-शक्ति।
प्रश्न:
(क) दयानंद के प्रवचन का नाना साहब पर क्या प्रभाव पड़ा?
- नाना साहब को क्रांति के लिए प्रेरणा मिली
- नाना साहब क्रांति से विमुख हो गए
- नाना साहब दयानंद के दल में शामिल हो गए
- नाना साहब भी प्रवचन देने लगे
(ख) विवेक का अविवेक से सत्य का विश्वासघात से तथा वेदों की शुचिता का पाखंडी धर्म से युद्ध कहाँ चल रहा था?
- रण-क्षेत्र में
- घरों में
- भारतीयों के मस्तिष्क में
- अंग्रेजों के मस्तिष्क में
(ग) निम्नलिखित में से किस ग्रंथ की व्याख्या से धार्मिक नेता क्रोधित हो उठे थे?
- रामायण और गीता
- गीता और गरूरग्रंथ साहब
- बाइबिल और कुरान
- कुरान और गुरुग्रंथसाहब
(घ) दयानंद ने पानी में डूबने आक्रमकारियों को जीवन दान दे दिया। इससे उनके किस गुण पुष्टि होती है?
- साहस
- परोपकार
- दयालुता
- सहनशीलता
(ड़) ‘शुचिता’ का पर्याय शब्द है:
- सत्यता
- मलिनता
- सहनशीलता
- पवित्रता
(च) किन कारणों के परिणामस्वरूप आक्रमणकारी नदी में दयानंद के साथ गिर पड़े?
- वर्षों के योगाभ्यास क कारण
- अनुशासन के कारण
- शारीरिक शक्ति के कारण
- उपरोक्त सभी